हेमंत सरकार की नियोजन नीति के खिलाफ झारखंड बंद आज, 2500 फोर्स तैनात
झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन का बुधवार को झारखंड बंद रहेगा। राज्य में 60-40 नियोजन नीति को वापस कर झारखंडी हित में नियोजन नीति लागू करने की मांग को लेकर झारखंड बंद बुलाया गया है।
झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन का बुधवार को झारखंड बंद रहेगा। राज्य में 60-40 नियोजन नीति को वापस कर झारखंडी हित में नियोजन नीति लागू करने की मांग को लेकर झारखंड बंद बुलाया गया है। यूनियन ने 72 घंटे के महाआंदोलन का ऐलान किया था। इसमें 17 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया गया, जबकि मंगलवार को जिला मुख्यालयों में मशाल जुलूस निकाला गया। बुधवार को सम्पूर्ण झारखंड बंद करने का निर्णय लिया गया है। छात्र नेता देवेन्द्र नाथ महतो कहा कि 19 अप्रैल की सुबह से सड़क पर उतरकर झारखंड बंद को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाया जाएगा। इस दौरान आकस्मिक सेवा को बंद से मुक्त रखा जाएगा।
झारखंड बंद को लेकर अलर्ट रांची पुलिस
नियोजन नीति के खिलाफ झारखंड बंद को लेकर रांची पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गई है। सुरक्षा के मद्देनजर रांची में ढाई हजार से अधिक पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। इसमें झारखंड जगुआर, जिला पुलिस, आईआरबी के अलावा रैफ के जवान भी शामिल हैं। मंगलवार को एसएसपी किशोर कौशल ने डीएसपी और थानेदारों के साथ बैठक की। डीएसपी और थानेदारों को सख्त हिदायत दी है कि यदि कोई भी प्रदर्शनकारी बंद के दौरान उत्पात मचाता है। तोड़-फोड़ करता है तो उसके खिलाफ सीधे कानूनी कार्रवाई करें। जरूरत पड़ी तो वैसे प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी करें। एसएसपी ने थानेदारों को निर्देश दिया है कि वे सुबह से ही अपने-अपने क्षेत्र में गश्त लगाएं। एक ही जगह पर किसी भी हाल में प्रदर्शनकारियों को जमा ना होने दें।
आदिवासी संगठनों ने किया बंद का समर्थन
आदिवासी संगठनों ने 60/40 की स्थानीय नियोजन नीति के खिलाफ 19 अप्रैल के झारखंड बंद का समर्थन किया है। आदिवासी अधिकार रक्षा मंच के संयोजक लक्ष्मीनारायण मुंडा ने नैतिक समर्थन देने की घोषणा की है। मुंडा ने कहा कि हेमंत सरकार का 60/40 का स्थानीय नियोजन नीति वाला फॉर्मूला आदिवासी-मूलवासी और झारखंड विरोधी है। स्थानीय नियोजन नीति राज्य के लिए होती है, फिर इसका बंटवारा क्यों।
मंगलवार को निकाला गया था मशाल जुलूस
उधर, मंगलवार की शाम को नियोजन नीति के विरोध में छात्रों ने मशाल जुलूस निकाला। यह जुलूस जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से अल्बर्ट एक्का चौक तक गया। 100 से अधिक छात्र इस जुलूस में शामिल थे। इस दौरान छात्रों का कहना था कि जब तक हमारी मांग पुरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो ने कहा था कि 19 अप्रैल की सुबह से सड़क पर उतरकर झारखंड बंद को ऐतिहासिक बनाया जाएगा।