झारखंड: जैक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद खाली, छात्र भुगत रहे खामियाजा, नौवीं और 11वीं का नहीं शुरू हो सका रजिस्ट्रेशन
राज्य के हाई और प्लस 2 स्कूलों में पढ़ रहे नौवीं और 11वीं के छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन अब तक शुरू नहीं हो सका है। हर वर्ष अक्तूबर की शुरुआत से ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाती थी, लेकिन...
राज्य के हाई और प्लस 2 स्कूलों में पढ़ रहे नौवीं और 11वीं के छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन अब तक शुरू नहीं हो सका है। हर वर्ष अक्तूबर की शुरुआत से ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो जाती थी, लेकिन इस साल झारखंड एकेडमिक काउंसिल में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के नहीं रहने की वजह से यह शुरू नहीं हो सकी है।
सीबीएसई बोर्ड में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू
जैक के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद 15 सितंबर से ही खाली है। 14 सितंबर को पूर्व अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह और उपाध्यक्ष फूल सिंह का कार्यकाल खत्म हो गया था। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की मंजूरी के बिना जैक की ओर से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू करने में परेशानी है। ऐसे में जैक अब नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की बाट जोह रहा है। उम्मीद की जा रही है कि दुर्गा पूजा के बाद ही जैक को नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष मिलेंगे। इसके बाद सबसे पहले नौवीं और 11वीं के छात्र-छात्राओं के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। नौवीं और 11वीं के छात्र-छात्राओं के रजिस्ट्रेशन के बाद ही छात्र-छात्रा 2023 में होने वाले मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। वहीं, सीबीएसई बोर्ड में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
परीक्षा और मॉडल प्रश्न पत्र देने में देरी
जैक के अध्यक्ष की अनुमति से ही परीक्षा, वित्तीय और गोपनीय कार्य किए जाते हैं। राज्य सरकार ने दो बार में नौवीं से 12वीं की परीक्षा लेने का निर्णय लिया है। पहली परीक्षा नवंबर-दिसंबर में होगी, जबकि दूसरी परीक्षा मार्च-अप्रैल 2022 में संभावित है। नवंबर-दिसंबर में होने वाली परीक्षा के पूर्व जैक को मॉडल प्रश्न पत्र जारी करना है। साथ ही परीक्षा की तैयारी से लेकर प्रश्न पत्र तैयार करने और परीक्षा केंद्रों का निर्धारण करने की जिम्मेदारी जैक की है। इसमें जैक के अध्यक्ष की महती भूमिका होती है। अगर अक्तूबर में जल्द से जल्द जैक को नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष नहीं मिले तो इसमें और देरी होने की संभावना है। जैक को मैट्रिक और इंटरमीडिएट के साथ नौवीं और 11वीं की मुख्य परीक्षा लेने की जिम्मेदारी थी, लेकिन इस साल से इसमें बदलाव किया गया है। वह इन छात्र-छात्राओं के लिए दो बार परीक्षा का आयोजन करेगा।
शिक्षा विभाग ने दी थी रिजल्ट निकालने की अनुमति
मैट्रिक-इंटरमीडिएट विशेष परीक्षा, मध्यमा, मदरसा के रिजल्ट निकालने के लिए भी अध्यक्ष की अनुमति की आवश्यकता थी, लेकिन छात्र हित में स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने अनुमति दी, जिसके बाद रिजल्ट का प्रकाशन किया गया। जैक अध्यक्ष के नहीं रहने की वजह से वित्तीय कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। यहां के कर्मचारियों को वेतन भुगतान संबंधी मामले में भी देरी हो रही है।