Hindustan Special: रिम्स अस्पताल की स्थिति जर्जर, 36 में 13 लिफ्ट खराब; अधिकतर के सेंसर नहीं कर रहे काम
एमएस ऑफिस के पास दो में से एक लिफ्ट खराब ही रहती है। मुख्य बिल्डिंग में अधिकतर समय लिफ्ट व्यस्त रहने से मरीजों को दूसरे, तीसरे या चौथे तल पर जाने के लिए इंतजार करना पड़ता है।
रिम्स भवन में लगी ज्यादातर लिफ्ट सुविधा देने के बजाय जान जोखिम में डालने वाली बन गई है। 36 में से 13 लिफ्ट खराब हैं और अन्य की भी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। मरीज व उनके परिजन डरते हुए इसका इस्तेमाल करते हैं। इनमें भी हर दिन मरीज फंस जाते हैं। कार्डियोलॉजी बिल्डिंग में तो अधिकतर लिफ्ट खराब पड़ी है, जबकि यहां चिकित्सक मरीजों को पैदल चलने से मना करते हैं।
कार्डियोलॉजी में 6 में से 3 लिफ्ट खराब हैं। वहीं, मुख्य बिल्डिंग में 11 में से 6 लिफ्ट खराब पड़ी हैं। एमएस ऑफिस के पास दो में से एक लिफ्ट खराब ही रहती है। मुख्य बिल्डिंग में अधिकतर समय लिफ्ट व्यस्त रहने से मरीजों को दूसरे, तीसरे या चौथे तल पर जाने के लिए इंतजार करना पड़ता है।
अधिकतर लिफ्ट के सेंसर खराब:
रिम्स में अधिकतर लिफ्ट के सेंसर खराब हो चुके हैं। ऐसी स्थिति में लिफ्ट चलते-चलते बीच में ही रुक जाती है। कई बार निर्धारित फ्लोर पर लिफ्ट रुकती ही नहीं। यह समस्या सबसे अधिक कार्डियोलॉजी में है।
डॉक्टरों के इस्तेमाल को लिखा रहता
रिम्स में लंबे समय से इलाज करा रहे मरीज व उनके परिजन लिफ्ट का इस्तेमाल करने से डरते हैं। अन्य लोगों को भी इसका इस्तेमाल करने से मना कर देते हैं। लोगों ने बताया कि मुख्य बिल्डिंग की लिफ्ट की स्थिति अच्छी नहीं है। डेंटल कॉलेज बिल्डिंग में भी लिफ्ट कई बार मरीजों के लिए संचालित नहीं रहती। इस लिफ्ट में डॉक्टरों के इस्तेमाल के लिए लिखा रहता है।