बाहुबली बनने का था शौक में बन गया प्रिंस खान का शागिर्द, अब विकास है वासेपुर का हार्डकोर अपराधी
बाहुबली बनने के शौक ने धनबाद के लुबी सर्कुलर रोड अंबिकापुरम निवासी विकास सिंह को हार्डकोर अपराधी बना दिया। कभी क्षेत्र में दबदबा कायम करने के लिए विकास मामूली मारपीट के मामलों में चर्चा में आया था।
बाहुबली बनने के शौक ने धनबाद के लुबी सर्कुलर रोड अंबिकापुरम निवासी विकास सिंह को हार्डकोर अपराधी बना दिया। कभी क्षेत्र में दबदबा कायम करने के लिए विकास सिंह मामूली मारपीट के मामलों में चर्चा में आया था। आज वह वासेपुर के मोस्ट वांटेड प्रिंस खान का शागिर्द बन गया है। प्रिंस खान के संबंध रखने के मामले में पुलिस ने उस पर शिकंजा कस दिया है। मंगलवार को विकास सिंह सहित प्रिंस के गुर्गे कथित मेजर सहित गैंग के दो अन्य लड़कों को पुलिस जेल भेजेगी।
अभी तक की जांच में विकास सिंह की भूमिका गोविंदपुर खालसा होटल में बमबाजी, गोविंदपुर जीटी रोड पर ही स्थित एक रेस्टोरेंट में बमबाजी सहित अन्य मामलों में सामने आने की बात कही जा रही है। रंगदारी से जुड़े बड़े अपराध में विकास सिंह का नाम पहले भी आता रहा है। शुरुआती दौर में विकास सिंह धनबाद के एक बड़े घराने के साथ रहता था। बाद में उस घराने से उसकी दूरी बन गई। कोर्ट परिसर में दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई थी।
हत्या और रंगदारी में पहले भी जा चुका है जेल
प्रिंस खान के साथ नाम जुड़ने से पहले विकास सिंह का नाम धनबाद की दो चर्चित हत्याओं में आ चुका है। 18 अगस्त 2020 को बैंक मोड़ मटकुरिया छठ तालाब के पास कुस्तौर के भाजपा नेता सतीश सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। वहीं 31 अक्तूबर 2013 को बुंदेला बस के मालिक सुधीर सिंह को बरवाअड्डा हवाई अड्डे के समीप गोली मार दी गई थी। इन दोनों हत्याओं में विकास का नाम सामने आया था। 19 मई 2004 को बरटांड़ जयप्रकाश नगर में कोयला कारोबारी सुरेश सिंह पर बम-गोली से हमला हुआ था। हमले में विकास सिंह का भी नाम आया था। इस केस में पूर्व डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह और उनके दिवंगत भाई मुकेश सिंह, नीरज हत्याकांड में जेल में बंद जैनेंद्र कुमार सिंह उर्फ पिंटू सिंह आदि के भी नाम सामने आए थे।