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झारखंडः चार लाख परिवारों का छिन जाएगा राशन कार्ड, जानिए- क्या है वजह

झारखंड सरकार चार लाख राशन कार्ड रद्द करेगी। ये चार लाख वैसे राशन कार्डधारी हैं, जिन्होंने पिछले आठ से 10 महीने के दौरान राशन का उठाव ही नहीं किया। झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ...

Sudhir Kumar हिनदुस्तान ब्यूरो, रांचीSat, 15 Jan 2022 07:59 AM
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झारखंड सरकार चार लाख राशन कार्ड रद्द करेगी। ये चार लाख वैसे राशन कार्डधारी हैं, जिन्होंने पिछले आठ से 10 महीने के दौरान राशन का उठाव ही नहीं किया। झारखंड सरकार के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने यह जानकारी दी है। डॉ उरांव ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार इसके पहले एक लाख राशन कार्ड रद्द कर चुकी है। चार लाख राशन कार्ड रद्द करने पर यह आंकड़ा पांच लाख हो जाएगा।

65 हजार कार्डधारी बेचते हैं सरकारी अनाज

खाद्य आपूर्ति मंत्री ने बताया कि इनके अलावा 65 हजार ऐसे कार्डधारियों की भी समीक्षा की जा रही है, जो लोग गरीबी रेखा से नीचे नहीं आते हैं। लेकिन उन्हें इस योजना के तहत राशन कार्ड उपलब्ध कराया गया है। ये ऐसे लाभुक हैं जो 100 से लेकर 200 क्विंटल तक धान बेचते हैं। ऐसे में इन कार्डधारियों को इस श्रेणी में रखना उचित नहीं होगा। इनके राशन कार्ड भी वापस लिए जाएंगे। डॉ उरांव ने कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए जीवन और जीविका को आगे बढ़ाना है और आर्थिक गतिविधियां चालू रहेगी। नौ जनवरी को ओडिशा की अर्थव्यवस्था एवं राजस्व संग्रहण को देखने के लिए जाना था, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से नहीं जा सके। लेकिन, सरकार अध्ययन कर रही है। 65 हजार ऐसे कार्डधारियों की भी समीक्षा की जा रही है, जो लोग गरीबी रेखा से नीचे नहीं आते हैं

राजस्व संग्रह में पूर्व की सरकारों ने ध्यान नहीं दिया

डॉ उरांव ने कहा कि झारखंड अलग राज्य बने 20 साल हो गए। वित्त मंत्री रहते महसूस किया कि राजस्व संग्रहण में पूर्व की सरकारों ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। यदि ध्यान दिया जाता तो राजस्व संग्रह ज्यादा हो सकता था। सरकार का उद्देश्य अगर योजनाओं के लिए खर्च करना है तो राजस्व बढ़ाना भी हमारी जिम्मेदारी है। वे बिहार और ओड़िशा का अध्ययन कर रहे हैं। निश्चित तौर पर राज्य में अपार संभावनाएं हैं, जहां राजस्व संग्रहण को आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पेट्रोल की कीमत को 25 रुपये कम करने को लेकर सरकार कसरत कर रही है। कोरोना लहर के आने की वजह से कई योजनाएं धीमी पड़ जाती। दूसरी लहर में हेमंत सरकार के प्रयासों की देशभर में सराहना हुई है। सरकार कोरोना के बढ़ते प्रभाव पर नियंत्रण भी रखेगी और आम जनता के लिए योजनाओं को भी क्रियान्वित करेगी। प्रधानमंत्री ने भी कहा है कि अर्थव्यवस्था कमजोर नहीं पड़नी चाहिए। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के नेता आलोक दूबे, किशोर शाहदेव और डॉ राजेश गुप्ता उपस्थित थे।

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