झारखंड में पारा शिक्षकों के लिए EPF,बीमा और कल्याण कोष पर फैसला 10 अगस्त को
झारखंड के पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों), कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के कर्मी और बीआरपी-सीआरपी को ईपीएफ, बीमा और कल्याण कोष का लाभ मिल सकेगा। 10 अगस्त को इसके लिए बैठक बुलाई गई है।
झारखंड के पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों), कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के कर्मी और बीआरपी-सीआरपी को ईपीएफ, बीमा और कल्याण कोष का लाभ मिल सकेगा। इसे निर्धारित करने के लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने इनके संघों के साथ 10 अगस्त को बैठक बुलाई है। जेईपीसी की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने संबंधित संघों को बैठक में शामिल होने के लिए पत्र लिखा है।
बैठक में शामिल होंगे कई धड़े
बैठक में एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा, झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ, टेट सफल सहायक अध्यापक संघ, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय कर्मी संघ और बीआरपी-सीआरपी महासंघ के दो-दो सदस्यों को बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया है। एसपीडी किरण कुमारी पासी ने कहा कि विभिन्न कर्मी संघों द्वारा बार-बार कल्याण कोष को लागू करने की मांग की जा रही है। राज्य परियोजना कार्यालय लगातार कर्मियों के बेहतर कल्याण कोष की स्थापना व बेहतर विकल्प के लिए प्रयासरत है।
बैठक में ईपीएफ में सुविधाएं व प्रावधान, कल्याण कोष के अन्य प्रावदान व अंशदान और बीमा से संबंधित विभिन्न बैंकों के प्रावधान के अनुसार लाभ पर चर्चा की जाएगी।
जनवरी में ही होना था अमल
गौरतलब है कि पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के कार्यकाल में ही राज्य के पारा शिक्षकों को ईपीएफ, बीमा और कल्याण कोष का लाभ देने की योजना पर सहमति बनी थी। जनवरी माह से ही सहमति पर अमल शुरू हो जाना चाहिए था लेकिन यह धरातल पर नहीं उतरा। बीते कुछ महीनों में पारा शिक्षकों ने विरोध भी दर्ज कराया। आंदोलन की चेतावनी भी दी थी।