Jharkhand में कोरोना के मरीजों की संख्या एक लाख के पार, 31 मार्च को मलेशिया की महिला मिली थी पहली मरीज
झारखंड में मंगलवार को कोरोना के मरीजों की संख्या एक लाख के पार पहुंच गई। इस संख्या तक पहुंचने में मात्र छह माह और 27 दिनों का समय लगा। झारखंड में कोरोना का पहला मामला 31 मार्च को रांची में मिला था।...
झारखंड में मंगलवार को कोरोना के मरीजों की संख्या एक लाख के पार पहुंच गई। इस संख्या तक पहुंचने में मात्र छह माह और 27 दिनों का समय लगा। झारखंड में कोरोना का पहला मामला 31 मार्च को रांची में मिला था। सूबे की पहली मरीज मलेशिया की रहने वाली थी। संक्रमण की रफ्तार की बात करें तो मरीजों की संख्या 01 से 100 पहुंचने में अप्रैल में 27 दिन लगे थे। मई के 32 दिनों में (27 अप्रैल से 29 मई) राज्य में 400 मरीज मिले। इसके बाद तो यह रफ्तार बढ़ती चली गई। देखते ही देखते 17 जुलाई को मरीजों की संख्या 5110 पहुंच गई। 13 दिनों में मरीजों की संख्या दुगुना होकर 30 जुलाई को 10488 पहुंच गई।
दस हजार मरीज मिलने में लगे 121 दिन जबकि, 44 दिन में मिले 50 हजार : झारखंड में पहले दस हजार मरीजों के मिलने में 121 दिनों (31 अप्रैल से 30 जुलाई) का समय लगा था। जबकि बाद के 44 दिनों में ही राज्य भर में 50 हजार मरीज मिले। 30 जुलाई को राज्य में कुल मरीजों की संख्या 10488 थी, जो 12 सितंबर को बढ़कर 60460 पहुंच गई।
अगस्त में सर्वाधिक 313 मरीजों की मौत : राज्य में सबसे पहली मौत 9 अप्रैल को बोकारो के बीजीएच में गोमिया के सदाम गांव का निवासी एक 72 वर्षीय बुजुर्ग की हुई थी। मौत से 10 मिनट पहले उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी। उसके बाद 12 अप्रैल को दूसी और 21 अप्रैल को तीसरी मौत हुई थी। राज्य में अब तक 872 मरीजों की मौत हो चुकी है। जिसमें सबसे ज्यादा 313 मौत केवल अगस्त में हुई है। माहवार मौत की बात करें तो अप्रैल में 3, मई में 2, जून में 20, जुलाई मे ं95, अगस्त के 313, सितंबर में 289 और अक्टूबर में 27 तक 160 मरीज की मौत हो चुकी है।