डबल पैसों के लालच में 700 करोड़ गंवा बैठी पब्लिक, ऐसे फैला है चिटफंड कंपनियों का जाल
कोल्हान के लोगों से तकरीबन 700 करोड़ की हेराफेरी की गई है। इसके बावजूद कई ऐसी कंपनियां हैं, जो लोगों के रुपये दोगुना करने का लालच देकर निवेश करा रही हैं। लोग शिकायत लेकर पुलिस के पास आ रहे हैं।
झारखंड में चिटफंड कंपनियां हजारों लोगों को करोड़ों का चपत लगा चुकी हैं। कोल्हान के लोगों से तकरीबन 700 करोड़ की हेराफेरी की गई है। इसके बावजूद कई ऐसी कंपनियां हैं, जो लोगों के रुपये दोगुना करने का लालच देकर निवेश करा रही हैं। हैरत की बात यह है कि लोग अब भी संभल नहीं रहे हैं। इस तरह की शिकायतें ज्यादा आने के बाद एसएसपी ने पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर 28 ऐसी चिटफंड कंपनियों की जांच शुरू कर दी है। सभी थानों में ऐसे मामलों की जांच की जाएगी। एसएसपी ने कहा कि हमने 7 मामले जांच के दायरे में लिए हैं, जिसमें लोगों से ठगी हुई। इनके अलावा 28 ऐसी फिनांस कंपनियों के नाम हैं, जिनकी जांच होनी है। हर थाने को आदेश दिया गया है कि सूची में उस नाम की कंपनी है तो उसकी जांच करें। साथ ही उन्हें कहा गया कि इलाके में कोई ऐसा व्यक्ति या ऐसी एजेंसी है, जो रुपये दोगुना करने की लालच दे रही है तो निवेशकों से मिलकर उसकी जांच करें।
मैक्सीजोन प्राइवेट लिमिटेड
शहर के करीब 1200 लोगों को अपना शिकार बनाते हुए इस कंपनी ने 400 करोड़ रुपये की ठगी की है। इनमें दो केस साकची और परसूडीह थाने में दर्ज किए गए हैं। केस के मुख्य आरोपी चन्द्र भूषण सिंह और प्रियंका सिंह दोनों ही फरार हैं।
फलकॉन इनवेस्टमेंट कंपनी
रेयान नामक युवक ने एक कंपनी बनाकर लोगों को रुपये दोगुना करने का झांसा दिया और बाजार से करीब 200 करोड़ लेकर गबन कर लिया। मानगो थाने में दो केस इस मामले में दर्ज हैं। रेयान फिलहाल जेल में है।
सभी चिटफंड कंपनियों की होगी जांच
झारखंड के नेट बैंकिंग अभिकर्ता एवं निवेशक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने चिटफंड कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई का आवेदन दिया था। सरकार ने अवर सचिव की ओर से जांच का आदेश निर्गत किया था। पहले इसमें पांच कंपनियों की सूची उपलब्ध कराई गई थी। पूर्वी सिंहभूम सहित राज्य के सभी जिलों की पुलिस को निर्देशित किया गया कि किसी प्रकार के नियम का उल्लंघन पाए जाने पर कार्रवाई करें। इसके तहत होने वाली जांच में अब 28 छोटी-बड़ी शहर की और दूसरे राज्यों की चिटफंड कंपनियों की जांच की जा रही है।