Hindi Newsझारखंड न्यूज़child kidnapped from Hazaribagh sold in 3 lakh rupees recovered from Palamu kidnapping gang active in Jharkhand

नहीं थी कोई संतान, NGO से मिलकर बनाया किडनैपिंग का प्लान; हजारीबाग से लापता मासूम 7 दिन बाद मिला

सदर एसडीपीओ महेश प्रजापति ने सोमवार को बताया कि हजारीबाग से बच्चे को चुराकर कोडरमा के दंपति गीता देवी (पति रोहित रविदास) के हाथों 2 लाख 95 हजार में बेचा गया था।

Abhishek Mishra हिन्दुस्तान, हजारीबागTue, 26 Dec 2023 08:24 AM
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हजारीबाग के ओकनी साईं मंदिर के निकट से 18 दिसंबर से लापता मासूम पप्लू (4 वर्ष, पिता अभिषेक कुमार) को एसआईटी ने सोमवार सुबह कोडरमा से बरामद कर लिया। इस मामले में पुलिस ने चार महिलाओं समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है।

सदर एसडीपीओ महेश प्रजापति ने सोमवार को बताया कि हजारीबाग से बच्चे को चुराकर कोडरमा के दंपति गीता देवी (पति रोहित रविदास) के हाथों 2 लाख 95 हजार में बेचा गया था। पुलिस ने इसके लिए हजारीबाग, रांची और कोडरमा में छापेमारी की थी। एसआईटी ने पहले हजारीबाग से करीना देवी और नूतन देवी को गिरफ्तार किया। फिर रांची स्टेशन के पास एक होटल से ज्योति एवं कन्हैया पासवान को दबोचा। दोनों ने बताया कि कोडरमा के तिलैया स्थित इंद्रपुरी में गीता देवी के पास बच्चे को बेचा गया है। इसके आधार पर एसआईटी ने वहां से बच्चे को बरामद कर लिया। एसआईटी ने आरोपियो के पास से छह मोबाइल व चोरी में उपयोग किया गया चादर भी जब्त किया है।

बच्चा चोरी में शामिल दंपति वंश चलाने के लिए एक लड़का चाहते थे। पुलिस को मिली सूचना के अनुसार उनके बेटे की हादसे में मौत हो गयी थी। इस बात से ज्योति रानी और कन्हैया कुमार वाकिफ थे। इसका फायदा उठाते हुए उन्होंने बताया कि वे ऐसे एनजीओ से जुड़े हुए हैं, जो बच्चा उपलब्ध कराता है। एनजीओ की ओर से बॉन्ड पेपर भी दिया जाता है। इसके बाद गीता देवी और रोहित रविदास उसके झांसे में आ गए। तीन लाख की जगह 2,95,000 रुपए में सौदा तय हुआ।

एडवांस के रूप में 1,70,000 रुपए दिए गए। फिर ज्योति रानी और कन्हैया कुमार ने इसके लिए नूतन देवी से संपर्क किया। जो उसे मुहल्ले में रहती थी। फिर उसके घर आने जाने वाली बहन करीना देवी को बच्चे की रेकी के लिए लगाया गया। उसने बबलू कुमार का फोटो भेज कर दो महीना पहले गीता देवी और रोहित रविदास के पास भेज दिया था।

18 दिसंबर को नूतन दीप्ति ने बच्चा का चादर से अगवा किया। फिर उसे ज्योति रानी और कन्हैया कुमार के पास पहुंचा दिया। इसके बाद दोनों उस बच्च को कोडरमा ले जाकर बेच दिया और बकाया 1,35,000 लेकर छत्तीसगढ़ चले गए। बताया कि लोहसिंघना थाना क्षेत्र अन्तर्गत ओकनी साई मंदिर के पास से 18 दिसंबर को एक बच्चे की गुमशुदगी की सूचना पुलिस को दी गयी थी। पहले परिजनों ने अपने स्तर से काफी खोजबीन की। संबंध में कुछ भी पता नहीं चला तो बच्चों के माता-पिता की शिकायत पर लोहसिंघना थाना में केस दर्ज किया गया।

भारी विरोध-प्रदर्शन के बाद हरकत में आयी थी पुलिस

विदित हो कि 18 दिसंबर को हजारीबाग के ओकनी से पप्लु कुमार (04) पिता अभिषेक कुमार गुप्ता को अगवा कर लिया गया था। इसके बाद पुलिस की ढुलमुल रवैया के विरोध में शहरवासियों ने भारी आंदोलन किया था। जांच में यह खुलासा हुआ है कि बच्चा चोरी करने में हजारीबाग से लेकर छत्तीसगढ़ और रांची समेत कोडरमा तक साजिशकर्ताओं के तार जुड़े थे।

इधर, साइबर अपराधी मौके का फायदा उठाने का कर रहे थे प्रयास

पप्लू कुमार के गुम होने के बाद साइबर अपराधी इस मौके का फायदा उठाने का प्रयास कर रहे थे। सदर एसडीपीओ ने बताया कि पप्लू के पिता के पास लगातार फोन आ रहा था कि बच्चा उनके पास है। उसकी सकुशल वापसी के लिए बड़ी रकम देनी होगी।

मोबाइल नंबर के आधार पर खुले कई राज

पुलिस को जब यह जानकारी मिली, तब पुलिस ने उक्त नंबर को ट्रेस करना शुरू कर दिया। इस क्रम में पुलिस को जानकारी मिली कि वह फोन मणिपुर और दिल्ली से आ रहा था। पुलिस ने वैसे तीन नंबरों को चिन्हित किया है। साइबर अपराधी के है। इन नंबरों को प्रतिविंम्ब पोर्टल में डाल दिया गया है। राज्य की पुलिस के साथ केंद्रीय गृह मंत्रालय भी इस पर नजर बनाए हुए हैं।

छापेमारी दल में शामिल लोग

छापेमारी दल में पुलिस उपाधीक्षक प्रोवेशन प्रशांत कुमार, सदर थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक ललित कुमार, महिला सदर थाना प्रभारी वर्षा रानी टोप्पो लोहसिंघना प्रभारी थाना प्रभारी अशोक कुमार, अनीता कुमारी आरक्षी, अरविन्द कुमार आरक्षी, बिरेन्द्र कुमार यादव आरक्षी, आदित्य राम चालक शामिल थे।

पहले कोडरमा में बेचा

पहले बच्चे को कोडरमा ले जाकर बेच दिया और 1,35,000 लेकर छत्तीसगढ़ चले गए। बताया कि लोहसिंघना थाना क्षेत्र अन्तर्गत ओकनी साई मंदिर के पास से 18 दिसंबर को एक बच्चे की गुमशुदगी की सूचना पुलिस को दी गयी थी।

कई सीसीटीवी खंगाले गए तब पकड़ में आया आरोपी

मामले के अनुसंधान के क्रम में घटना स्थल के आगे लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इसमें करीना देवी को बच्चा ले जाते पहचाना गया। पुलिस ने पहले छापामारी करते हुए उसे गिरफ्तार किया। इसके बाद कड़ाई से पूछताछ की गई तो करीना देवी ने बताया ज्योति रानी कन्हैया कुमार पासवान और नूतन देवी ने मिलकर बच्चे को चुरा कर कोडरमा में गीता देवी पति रोहित रविदास के पास बेचा है।

उसने यह भी बताया कि ज्योति रानी एवं कन्हैया कुमार पासवान अभी छतीसगढ़ गये हैं। वे रांची रेलवे स्टेशन आने वाले हैं। इस सूचना के आधार पर रांची रेलवे स्टेशन के आसपास होटलों में छापेमारी की गयी। जहां से गुमशुदा बच्चा पप्लू कुमार (04) पिता अभिषेक कुमार गुप्ता साकिन ओकनी साई मंदिर, थाना लोहसिंघना, जिला हजारीबाग को बरामद किया। माता-पिता के पास पप्लू को सौंप दिया गया। बताया गया कि हजारीबाग से बच्चे को चुरा कर दो लाख 95 हजार में बेच दिया गया था। मालूम हो कि कोडरमा के गीता देवी, पति रोहित रविदास के पास बच्चे को बेचा गया था। रांची स्टेशन के मीरा होटल से ज्योति रानी व कन्हैया कुमार पासवान को गिरफ्तार किया। 19 साल की युवती करीना देवी समेत नूतन को गिरफ्तार किया था।

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