Jharkhand News: मृत पारा शिक्षकों के आश्रितों को नौकरी के प्रावधान में होगा बदलाव, दूसरे विभागों में भी हो सकेगी नियुक्ति
झारखंड के मृत सहायक अध्यापकों (पारा शिक्षकों) के आश्रितों को अनुकंपा पर नौकरी के प्रावधानों में बदलाव किया जा रहा है। ये आश्रित अब पारा शिक्षक के साथ-साथ दूसरी जगह भी अनुबंध पर बहाल हो सकेंगे।
झारखंड के मृत सहायक अध्यापकों (पारा शिक्षकों) के आश्रितों को अनुकंपा पर नौकरी के प्रावधानों में बदलाव किया जा रहा है। ये आश्रित अब पारा शिक्षक के साथ-साथ दूसरी जगह भी अनुबंध पर बहाल हो सकेंगे। फिलहाल इसका लाभ 150 पारा शिक्षकों के आश्रितों को मिल सकेगा। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग इसके प्रावधानों में बदलाव करने जा रहा है। विभाग ने वर्तमान व्यवस्था के साथ-साथ दूसरी जगह अनुकंपा के आधार पर समायोजन के संबंध में महाधिवक्ता से राय मांगी है। इसमें पूछा गया है कि पारा शिक्षकों के आश्रितों की बहाली क्या दूसरे विभागों में की जा सकती है? इसमें उनकी शैक्षणिक योग्यता को कम किया जा सकता है या नहीं। इसी आधार पर विभाग अंतिम निर्णय लेगा।
वर्तमान में पारा शिक्षक पद पर ही बहाली का प्रावधान
वर्तमान में मृत पारा शिक्षकों के आश्रितों को पारा शिक्षक के पद पर ही बहाल करने का प्रावधान है। ऐसे उन्हीं आश्रितों को इसमें मौका मिल पाता है, जिनकी योग्यता पारा शिक्षकों बनने के लिए अनिवार्य है। इसमें डीएलएड या बीएड के साथ-साथ टेट पास होना आवश्यक है। जिन पारा शिक्षकों के आश्रित डीएलएड या बीएड के साथ-साथ टेट पास नहीं हैं, उन्हें अवसर नहीं मिल पा रहा है। इस पर पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) के संगठनों ने राज्य सरकार से राहत देने की मांग की थी। सूत्रों की माने तो शिक्षा विभाग अनुकंपा पर नौकरी के लिए पारा शिक्षकों के आश्रितों की शैक्षणिक योग्यता में राहत दी जा रही है। जिन आश्रितों ने बीएड-डीएलएड के साथ टेट पास की है उनकी बहाली मृत पारा शिक्षक की जगह पर हो जाएगी। वहीं, जिनकी शैक्षणिक योग्यता यह नहीं है तो उनकी योग्यता मैट्रिक, इंटर व स्नातक के आधार पर अनुबंध पर किया जा सकता है। इसकी तैयारी की जा रही है।
मानसून सत्र के दौरान विधानसभा घेराव करेंगे पारा शिक्षक
मानसून सत्र के दौरान राज्य के सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक) झारखंड विधानसभा का घेराव करेंगे। यह निर्णय मोरहाबादी मैदान में बिनोद बिहारी महतो की अध्यक्षता में एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा की राज्य कमेटी की बैठक में लिया गया। बैठक की संचालन ऋषिकेश पाठक और संजय कुमार दुबे ने किया। बैठक में कहा गया कि बीते 17 जून को मुख्यमंत्री आवास के घेराव कार्यक्रम के दौरान सीएम के प्रधान सचिव विनय चौबे ने यह आश्वासन दिया था कि एक सप्ताह के भीतर पारा शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलवाया जाएगा, लेकिन 22 दिन बाद भी इस दिशा कोई पहल नहीं की गई। बैठक में इस रवैया का विरोध किया गया। बैठक में संजय कुमार दुबे, ऋषिकेश पाठक, नारायण महतो, भागवत तिवारी, वीरेंद्र राय, शकील अहमद, शेखर सिंह, निरंजन डे, सुशील पांडेय, मोती साव, महादेव महतो, सुमित तिवारी, विकास यादव, कल्याण चक्रवर्ती, उत्पल चौबे आदि मौजूद थे।
12-13 जुलाई को पारा शिक्षकों के संदर्भ में होगी वार्ता
12-13 जुलाई को अफसरों से की जाएगी बात एकीकृत सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा ने बैठक में निर्णय लिया कि 12-13 जुलाई को सहायक अध्यापकों की समस्याओं से अवगत कराते हुए इसके निराकरण के लिए पदाधिकारियों से बात की जाएगी। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो राज्य के 61 हजार सहायक अध्यापक मानसून सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव करेंगे। इसकी सारी जिम्मेदारी राज्य सरकार व उनके पदाधिकारियों की होगी।