खूंटी में दिनेश गोप की निशानदेही पर छापा, हथियार बरामद; कई जानकारियां मिली
पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को लेकर एनआईए की टीम ने सोमवार को खूंटी और सिमडेगा में कई जगहों पर सर्च अभियान चलाया। एनआईए की टीम सोमवार दोपहर दिनेश गोप को कड़ी सुरक्षा के बीच रनिया लेकर पहुंची।
पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप को लेकर एनआईए की टीम ने सोमवार को खूंटी और सिमडेगा में कई जगहों पर सर्च अभियान चलाया। एनआईए की टीम सोमवार दोपहर दिनेश गोप को कड़ी सुरक्षा के बीच रनिया लेकर पहुंची। टीम रनिया के विभिन्न गांवों और उसके आसपास के जंगलों में दिनेश को लेकर गई। सूत्र बताते हैं कि एनआईए की टीम ने काफी मात्रा में हथियार, गोली और विस्फोटक बरामद किए हैं। हालांकि, इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। एनआईए को पूछताछ में दिनेश गोप ने ऐसे कई ठिकानों के बारे में जानकारी दी थी, जहां वह हथियार छिपा कर रखता था। साथ ही महंगे व विदेशी हथियारों को उसने कुछ लोगों को सौंपने की बात बतायी है। इसी आधार पर सोमवार को एनआईए की टीम ने कार्रवाई की।
दोपहर से शाम तक चला सर्च ऑपरेशन
टीम दोपहर में रनिया पहुंची और शाम तक दिनेश गोप को लेकर कोटांगेर, जामटोली, मेरोमबीर, डिगरी, खरवागड़ा, गरई आदि गांवों में गई। इसके बाद दिनेश गोप को लेकर सिमडेगा के बानो क्षेत्र में चली गई। दिनेश गोप को लेकर रनिया पहुंचने पर खूंटी जिला पुलिस सुरक्षा व्यवस्था में लगी थी। एनआईए द्वारा दिनेश गोप को आठ दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। 30 मई को रिमांड की अवधि पूरी होने वाली है। गौरतलब है कि पहले भी खूंटी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर 2 नक्सलियों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में हथियार जब्त किए थे। इसमें तकरीबन साढ़े 4 हजार गोलियां और 35 जिलेटिन छड़ के अलावा देशी कट्टा और हथियार बनाने का सामान भी शामिल था।
दिनेश गोप से पूछताछ में मिली अहम जानकारी
बता दें कि बीते तकरीबन 2 दशक से झारखंड में आतंक का पर्याय रहे 30 लाख के इनामी उग्रवादी को एनआईए ने नेपाल से गिरफ्तार किया था। नेपाल में दिनेश गोप वेश बदलकर रहता था। एनआईए उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है जिसमें हथियारों, सफेदपोशों से संबंध और वित्तीय निवेश संबंधी अहम जानकारियां हाथ लगी है। दिनेश गोप ने यह भी बताया है कि उसे एक राजनेता से मिलवाने और राजनीतिक पारी शुरू करवाने के नाम पर 2 करोड़ रुपये की ठगी कर ली गई थी।