पूछताछ के लिए थाने ले गई पुलिस, दुकानदार ने वहीं लगा ली फांसी; आदित्यपुर में सुसाइड से मचा हड़कंप
झारखंड के आदित्यपुर थाने में शुक्रवार पूछताछ के लिए बुलाये गये अधेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। खुदकुशी की जानकारी मिलते ही उसे फंदे से उतारकर जमशेदपुर के टाटा मेस हॉस्पिटल(टीएमएच) ले जाया गया, यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

झारखंड के आदित्यपुर थाने में शुक्रवार पूछताछ के लिए बुलाये गये अधेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। खुदकुशी की जानकारी मिलते ही उसे फंदे से उतारकर जमशेदपुर के टाटा मेस हॉस्पिटल(टीएमएच) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना दोपहर बाद दो बजे की है। मृतक अनिल महतो आदित्यपुर के मार्ग संख्या 7 का रहने वाला था और उसकी श्रृंगार प्रसाधन की दुकान है। मामले की गंभीरता को मजिस्ट्रेट की निगरानी में जांच के आदेश दिए गए हैं। शव का देर रात मेडिकल बोर्ड के माध्यम से पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक अनिल महतो के खिलाफ सिटी पैलेस निवासी सविता सिंह ने गुरुवार को पुलिस में शिकायत की थी। शिकायत में कहा था कि नाबालिग सौतेली बेटी हमेशा प्रताड़ित करती थी। इसमें दुकानदार अनिल महतो समेत तीन उसका सहयोग करते हैं।
आदित्यपुर रोड नंबर सात के निवासी अनिल महतो को महिला की शिकायत के बाद आदित्यपुर थाने में उसे पूछताछ के लिए शुक्रवार 11 बजे बुलाया गया था। जांच के क्रम में अनिल के मोबाइल से कुछ आपत्तिजनक मैसेज को बरामद किया गया। पूछताछ के बाद जांच अधिकारी नीता सोरेन ने उसे इंतजार करने कहा। इसी बीच अनिल थाने के दूसरे कमरे में गया और दरवाजा बंद कर फंदा से झूल गया। खुदकुशी की जानकारी मिलते ही पुलिस ने दरवाजा तोड़कर उसे नीचे उतारा और टीएमएच ले गया, उसकी डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर, घटना के बाद परिजनों ने आदित्यपुर थाना में लिखित शिकायत कर घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की।
गम्हरिया के सीओ को जांच का जिम्मा
घटना की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच के लिए मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त किया गया है। प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट गहरिया अंचलाधिकारी अरविंद कुमार बेदिया आदित्यपुर थाना पहुंचे और अनुसंधान शुरू कर दिया है। मेडिकल बोर्ड की देखरेख में शनिवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
कस्टडी में नहीं था, पूछताछ के लिए बुलाया गया था
एसडीपीओ समीर सवैया ने बताया कि शिकायत पर व्यक्ति को केवल पूछताछ के लिए बुलाया गया था। उसे कस्टडी में नहीं लिया गया था। जांच के दौरान मोबाइल में कुछ आपत्तिजनक मैसेज मिला। इसके बाद उसे जांच पदाधिकारी अनीता सोरेन उसे इंतजार करने को कहा। इसी क्रम में वह थाने के एक कमरे में जाकर अंदर से कुंडी लगाकर आत्महत्या कर ली।