आदिवासियों की सामाजिक, धार्मिक और रैयती जमीन लूटना बंद करो : देवकुमार
कांके में केंद्रीय सरना समिति और अन्य आदिवासी संगठनों ने अंचल कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। पूर्व मंत्री देव कुमार धान ने कहा कि आदिवासियों की धार्मिक जमीन लूटी जा रही है। उन्होंने 22 सूत्री...
कांके, प्रतिनिधि। केंद्रीय सरना समिति राजी पड़हा, सरना प्रार्थना सभा, जमीन बचाओ संघर्ष समिति चामा, आदिवासी महासभा सहित विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा अंचल कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। इससे पूर्व प्रदर्शन कर रहे दर्जनों महिला-पुरुष हाथों में सरना झंडा लिए बोड़ेया चौक से पदयात्रा कर कांके अंचल तक नारेबाजी करते पहुंचे। पूर्व मंत्री देव कुमार धान ने कहा कि आदिवासियों की धार्मिक जमीन धड़ल्ले से लूटी जा रही है। यदि जमीन नहीं बचेगी तो आदिवासी समाप्त हो जाएंगे। केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि आदिवासियों की परंपरा संस्कृति पर चौतरफा हमला हो रहा है। जमीन नहीं बचेगी तो हमारी परंपराएं संस्कृति भी नष्ट हो जाएगी। उन्होंने 22 सूत्री मांगों को लेकर अंचल कार्यालय के बड़ा बाबू सुभाष चन्द्र नायक को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा है कि जमीन लूट की सीबीआई जांच कराई जाए। कांके सीओ जयकुमार राम को सेवा से बर्खास्त किया जाए। आदिवासी खतियान को इस्तीफा दिखाकर गैर आदिवासियों को बेचना बंद किया जाए। सदान पट्टा से आदिवासी जमीन की खरीद बिक्री पर रोक लगाई जाए। सामाजिक धार्मिक जमीन जैसे पहनई, मुंडारी, पुजार, कोटवारी, डाली, कतारी, भंडारी, जतरा स्थल, सरना स्थल, देशवाली की जमीन को सरकार चिन्हित कर उसकी रक्षा की जाए। हजारों एकड़ भुइहरी जमीन को कायमी बनाकर खरीद-बिक्री पर रोक लगाने सहित अन्य मांग शामिल है। मौके पर केंद्रीय सरना समिति के महासचिव संजय तिर्की, तानसेन गाड़ी, सधन उरांव, विनोद तिर्की, अमर तिर्की, बलकू उरांव, उषा खलखो, नीरा टोप्पो, आकाश उरांव, दरिद्रनारायण पाहन, नरेश उरांव, सुरेन्द्र मंडा, शंकर लोहरा, संजय तिर्की आदि शामिल थे।
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