औषधीय गुणों से भरपूर हैं छठ में चढ़ने वाले फल, रखेंगे निरोगी
रांची, संवाददाता। छठ महापर्व के दौरान चढ़ाए जाने वाले फलों में औषधीय गुण होते हैं। सिंघाड़ा, शकरकंद, आंवला, नारियल जैसे फल कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। कच्ची हल्दी, गन्ना और बनमकोय भी...
रांची, संवाददाता। छठ महापर्व में प्रसाद के रूप में चढ़ने वाले फलों के अपने-अपने औषधीय गुण हैं। आम दिनों में नहीं मिलने वाले फल छठ पर आसानी से मिल जाते हैं। सिंघाड़ा, शकरकंद, गाजर, सुथनी, बनमकोय, आंवला, डाभनींबू, समेत अनेकों फल हैं, जो अलग-अलग बीमारियों से लड़ने के अलावा शरीर को स्वस्थ रखते हैं। सुथनी से जहां अल्सर, भूख की समस्या ठीक होती है तो एंटीऑक्सीडेंट भी शरीर को मिलता है। फैटीलीवर रोग के इलाज में मददगार कच्ची हल्दी
कच्ची हल्दी में करक्यूमिन की उच्च सांद्रता होती है, जो अपने एंटीसेप्टिक गुणों के लिए जाना जाता है। यह सर्दी, खांसी, त्वचा संक्रमण, मूत्र मार्ग के संक्रमण और यहां तक कि फैटीलीवर रोग के इलाज में मदद करता है।
आंवला आंख को देगा लाभ
आंवला खाने से खून में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर नहीं बढ़ता है। यह ब्लड प्रेशर संबंधित समस्याओं को भी दूर करता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने में काफी मददगार है। हृदय रोगियों के लिए भी लाभप्रद है।
अनिद्र दूर करेगा सिंघाड़ा
एंटी ऑक्सिडेंट गुणों से भरे होने के कारण सिंघाड़ा गले की कई समस्या में राहत पहुंचाता है। टॉन्सिल से राहत दिलाता है। सिंघाड़े के सेवन से अनिद्रा की समस्या भी दूर होती है।
पाचन दुरुस्त रखने में गन्ना बेहतर
गन्ने का रस सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन से भरा होता है। बॉडी को हाइड्रेटेड रखने के साथ इसका रस कैंसर से बचाने, पाचन को दुरुस्त रखने, हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार होता है।
हर दिन नारियल का सेवन कब्ज से रखेगा दूर
नारियल में एंटीवायरल, एंटीफंगल, एंटी-बैक्टीरियल आदि भरपूर गुण होते हैं। इसका सेवन शरीर को कई बीमारियों से सुरक्षित रखता है। नारियल के एक या दो टुकड़े रोज खाने से कब्ज में राहत मिलती है।
बीमारी ठीक करेगा सुथनी
सुथनी भूख को नियंत्रित करता है। बेरीबेरी रोग (विटामिन बी-1 की कमी से होने वाली बीमारी) के उपचार के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। अल्सर, सूजन के इलाज में इस्तेमाल होता है।
पीलिया में मकोय कारगर
बनमकोय का सेवन किडनी के लिए लाभकारी होता है। यह पीलिया की बीमारी होने पर काफी फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए मकोय के पत्ते का काढ़ा बनाकर सेवन करना फायदेमंद माना जाता है।
इम्यूनिटी बूस्टर है गागल
डाभ नींबू या गागर नींबू (चकोतरा) इम्यूनिटी बूस्टर है। इसके नियमित सेवन से सर्दी-जुखाम जैसे वायरल से भी बचाव होता है। डाभ नींबू का जूस थकावट को दूर करने में मददगार होता है।
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