एनडीए के साथ मिलकर झारखंड में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे : चिराग पासवान
गठबंधन नहीं होने पर अलग से चुनाव लड़ेगी लोजपा, चुनाव परिणाम कुछ भी आए एनडीए में बने रहेंगे, सरना कोड पर पार्टी आदिवासियों के साथ खड़ी
रांची। वरीय संवाददाता लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। इसके लिए वह एनडीए से समझौता कर चिन्हित सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यदि सीटों की दावेदारी में सहमति नहीं बनी तो ऐसी स्थिति में वह अकेले भी चिन्हित सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी और दोस्ताना संघर्ष होगा। यह बात लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने डिबडीह स्थित कार्निवाल हाल में आयोजित एक प्रेस कांन्फ्रेंस में कही। इस दौरान उनके साथ लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान समेत अन्य प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। वह राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए हैं।
चिराग ने कहा कि पार्टी की झारखंड इकाई ने प्रदेश की अधिकतर विधानसभा सीटों पर मेहनत की है। प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र प्रधान के नेतृत्व में पार्टी मजबूत हुई है। लेकिन चुनाव लड़ने की बात अभी राष्ट्रीय कार्यकारिणी स्तर पर नहीं आयी है। अंतिम निर्णय राष्ट्रीय स्तर पर लिया जाएगा। इसके लिए पार्टी घोषणा पत्र भी तैयार कर रही है। राज्य में सरना कोड पर पार्टी अपनी सोच रखती है। वह आदिवासियों के साथ है। झारखंड का सर्वांगीण विकास हो, इसके लिए पार्टी हर स्तर से काम करेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव एनडीए के साथ लड़ें या फिर अकेले लड़ें, लेकिन परिणाम के बाद पार्टी एनडीए घटक में ही रहेगी। वक्फ बोर्ड का मामला संसद में पेश हुआ। इसमें हर प्रदेश को अपनी बात करने का मौका मिले।
उन्होंने कहा कि राज्य के निवासियों में हेमंत सोरेन सरकार को लेकर आक्रोश है। यहां पर लोग बदलाव चाहते हैं। आनेवाले समय में एनडीए की सरकार ही बनेगी। उन्होंने जाति मतगणना के प्रति अपना रुख स्पष्ट किया। कहा कि केंद्र और राज्य की कई योजनाओं का लाभ कुछ को नहीं मिलता है। इस लिहाज से जाति जनगणना जरूरी है। इससे आबादी के हिसाब से जाति की संख्या को आधार बनाकर योजनाएं बनाई जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह ऐसे आंकड़े के खिलाफ हैं, जो भेदभाव को बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। नारीशक्ति के प्रति दायित्वों को लेकर पार्टी प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के लिए काम करते रहेंगे। उनका जन्म जब हुआ, उस समय झारखंड बिहार का हिस्सा था। इसलिए झारखंड से उनका लगाव ज्यादा है। यहां भी पलायन, बेरोजगारी आदि का मुद्दा है। उन्होंने कहा कि घुसपैठ पर केंद्र सरकार स्पष्ट रुख रखती है। सीएए नागरिकता को छीनने वाला कानून नहीं है। उन्होंने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन करने वाली कांग्रेस की सोच अलग है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।