महाकुंभ प्रयागराज के लिए केदला से जत्था रवाना
महाकुंभ प्रयागराज के लिए शुक्रवार को केदला से जत्था रवाना हुआ। ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार महाकुंभ का आयोजन 144 वर्षों बाद हो रहा है, जिसमें सूर्य, चंद्रमा, शनि और बृहस्पति की शुभ स्थिति बन रही है।...
वेस्ट बोकारो, निज प्रतिनिधि। महाकुंभ प्रयागराज के लिए शुक्रवार को केदला से एक जत्था रवाना हुआ। प्रयागराज जाने वालों में केदला चौक से मुन्ना नोनिया, भीम नोनिया, गोविंद नोनिया, छेदी राम, महेंद्र नोनिया, सतिश कुमार सिंह, प्रेमनगर से कपिल नोनिया, झारखंड 15 नंबर से लक्ष्मण नोनिया, लाल मोहन मिस्त्री आदि लोग शामिल हैं। लोगों ने कहा कि इस बार का महाकुंभ सबसे अलग है। क्योंकि ज्योतिषियों का कहना है कि ऐसा संयोग 144 वर्ष बाद आया है। ज्योतिष के मुताबिक महाकुंभ पर 144 वर्ष बाद सुर्य, चंद्रमा, शनि और बृहस्पति की शुभ स्थिति एक साथ बन रहा है। इसके साथ ही पूर्णिमा, रवि योग और भद्रावास योग भी बन रहा है। यह संयोजन समुद्र मंथन के समय भी हुआ था। इसलिए इसे बेहद पवित्र और शुभ माना जाता है। हिंदु धर्म में ऐसी मान्यता है कि कुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम में स्नान करने से पिछले सारे पाप धुल जाते हैं।
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