झारखंड में सादा पान मसाला होगा प्रतिबंधित, स्वास्थ्य मंत्री इरफान ने कर दिया साफ; कारण भी बताया
- झारखंड में सादा पान मसाला के शौकीनों के लिए बुरी खबर है। अब हेमंत सोरेन सरकार पान मसाले पर प्रतिबंध लगाने जा रही है। इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री इरफान ने साफ कर दिया है। उन्होंने इसका कारण भी बताया है।
झारखंड सरकार सादा पान मसाला को लेकर बड़ा कदम उठा सकती है। इसका इशारा सरकार के एक मंत्री ने कर दिया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने कहा है कि राज्य सरकार बेटियों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। समाज में बेटियों के प्रति संकुचित मानसिकता बदलने की जरूरत है। वह बुधवार को आरसीएच कैंपस नामकुम में पीसीपीएनडीटी (गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक) पर आयोजित कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। वहीं, उन्होंने स्पष्ट कहा कि झारखंड में सादा पान मसाला भी प्रतिबंधित किया जाएगा, क्योंकि इसके नाम पर दुकानों में खुलेआम गुटखा की बिक्री हो रही है।
मंत्री ने हिदायत दी कि पीसीपीएनडीटी अधिनियम के अनुपालन में कोई ढील नहीं बरती जानी चाहिए। उल्लंघन के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि लिंग निर्धारण और भ्रूण हत्या जैसे अपराधों पर रोक लगाई जा सके। निदेशक प्रमुख डॉ सीके शाही ने भी कहा कि ऐसे अपराध किसी भी कीमत पर सहन नहीं किए जाएंगे। इस अवसर पर कोषांग प्रभारी डॉ. कमलेश कुमार, डॉ. पुष्पा और रफत फरजाना ने भी अधिनियम की बारीकियां बताई।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखंड के अभियान निदेशक अबू इमरान ने सभी अल्ट्रासाउंड क्लिनिकों में सीसीटीवी कैमरे लगाने को सुनिश्चित करने को कहा। निर्देश दिया कि किसी भी जांच की शुरुआत केवल योग्य डॉक्टर की उपस्थिति में हो। उन्होंने 100-दिन के टीबी अभियान में खनन और आदिवासी क्षेत्रों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि दवा दुकानों की तत्काल जांच शुरू की जाए। क्योंकि कई मेडिकल स्टोर्स में नशीले सिरप और स्टेरॉयड धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं। मंत्री ने सभी सिविल सर्जनों और ड्रग इंस्पेक्टरों को सख्त चेतावनी दी कि अगर उनके क्षेत्र में प्रतिबंधित नशीले पदार्थों की बिक्री होती पाई गई, तो वे खुद भी कार्रवाई के दायरे में आएंगे।