राजहरा कोलियरी में फिर भरा पानी, उत्पादन की संभावना दूर
पलामू में बारिश से सदाबह नदी में बाढ़ आ गई है, जिससे राजहरा कोलियरी में पानी भर गया है। कोलियरी से 2010 तक कोयले का उत्पादन हुआ था, लेकिन अब पानी भरने के कारण उत्पादन ठप हो गया है। पानी निकासी के लिए...
पंडवा, प्रतिनिधि। पलामू में शनिवार की रात से शुरू हुई बारिश से लगातार दो सालों से सूखी पड़ी सदाबह नदी में भी बाढ़ आ गया है। सदाबह नदी के तट पर स्थित राजहरा कोलियरी में भी इससे पानी भर गया है। राजहरा कोलियरी से कोयले का उत्पादन 2010 तक हुआ था। 2011 तक ओबी की निकासी हुई थी। राजहरा कोलियरी में पानी भर जाने के कारण उत्पादन ठप गया था। लगातार पानी निकासी करने का काम होता आ रहा है। 2021 में फिर से ओबी हटाने का काम शुरू हुआ था परंतु कोयले की निकासी शुरू नहीं हो सका। कोलियरी से पानी निकासी के लिए 1000 जीपीएम का मोटरपंप लगाया गया है। पानी निकासी से निकल आफिस और कोलियरी क्षेत्र के ग्रामीण को बिजली आपूर्ति पर प्रतिवर्ष 20 लाख रुपये खर्च होता है।
जिला पार्षद माया कुमारी और सामाजिक कार्यकर्ता मंजित कुमार ने कहा कि पंडवा क्षेत्र में सार्वजनिक सेक्टर का राजहरा कोलियरी बड़ा केंद्र है परंतु इसका कोई लाभ आम जनता को नहीं मिल पा रहा है। सीसीएल के राजहरा कोलियरी के मैनेजर युगल कुमार ने बताया कोलियरी में फिर पानी भर गया है। इसकी निकासी में मार्च तक का कम से कम समय लग सकता है। इसके बाद ही ओबी हटाने व कोयला निकासी को सकेगा, परंतु इसमें भी कई बाधा है, ग्रामीण जमीन के बदले नौकरी की मांग पर अड़े हैं जिसका प्रस्ताव प्रक्रिया में है। यह पूरा होने के बाद ही उत्पादन संभव हो सकेगा। राजहरा कोलियरी में पदस्थापित फोरमैन अमोल अरूण सिन्हा ने बताया कि बिजली आपूर्ति पर करीब 20 लाख रुपये खर्च प्रतिवर्ष आता है।
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