बोले पलामू: बड़की बैरिया में पानी की सुविधा नहीं, बिजली भी बांस के सहारे
- मेदिनीनगर नगर निगम के वार्ड संख्या तीन में गुरियाही नदी के किनारे स्थित बड़की बैरिया की आबादी तेजी से बढ़ती जा रही है। परंतु नगर निगम क्षेत्र में लाए जाने के सात साल में भी यहां बुनियादी सुविधा सुलभ नहीं कराई जा सकी।
बोले पलामू: बड़की बैरिया में पानी की सुविधा नहीं, बिजली भी बांस के सहारे
मेदिनीनगर नगर निगम के वार्ड संख्या तीन में गुरियाही नदी के किनारे स्थित बड़की बैरिया की आबादी तेजी से बढ़ती जा रही है। परंतु नगर निगम क्षेत्र में लाए जाने के सात साल में भी यहां बुनियादी सुविधा सुलभ नहीं कराई जा सकी। बड़की बैरिया उदाहरण है नगर निगम क्षेत्र में शामिल किए गए नए क्षेत्र का, जहां के निवासी होल्डिंग टैक्स देने के बावजूद नगर निगम स्तर से देय सुविधाओं से पूरी तरह वंचित हैं। परेशानी के कारण क्षोभ से भरे लोगों ने नगर प्रशासन के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त किया। नागरिकों ने कहा ड्राई जोन होने के कारण यहां पानी की काफी किल्लत है लेकिन इस बाबत नगर निगम की ओर से कोई पहल नहीं हुई है। मोहल्ले में बिजली, दुरस्त सड़क और शौचालय की भारी कमी है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। हिन्दुस्तान के बोले पलामू कार्यक्रम के दौरान लोगों ने मोहल्ले में व्याप्त परेशानियों का जिक्र किया और समाधान के उपाय भी बताए।
मेदिनीनगर। मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के बड़की बैरिया मोहल्ले का हाल बेहाल है। बड़की बैरिया के निवासी 2017 के बाद ग्रामीण से शहरी हो गए हैं। नगर निगम को होल्डिंग टैक्स देने के बाद भी यहां के लोग सुविधाओं वंचित हैं। बड़की बैरिया में 500 से अधिक परिवार निवास करती है। ड्राई जोन में होने के कारण भूमिगत जलस्तर करीब 500 फीट से भी ज्यादा नीचे चला गया है। इसलिए मुहल्ले में पेयजल की समस्या सालों पर गंभीर बनी रहती है। बड़की बैरिया के उतरी क्षेत्र में गुरियाही नाला बहता है फिर भी जल स्तर सामान्य नहीं है।
इस बात की जानकारी होते हुए भी नगर निगम प्रबंधन अभी तक पेयजल के लिए कोई समुचित व्यवस्था सुलभ नहीं करा सका है। बड़की बैरिया में शहरीकरण का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। नए भवनों का निर्माण हो रह है। लेकिन सड़कों का निर्माण नगण्य है। हिन्दुस्तान अखबार के बोले पलामू, अभियान की चर्चा के दौरान लोगों ने अपनी समस्या को खुलकर रखा। मोहल्ले के निवासियों ने बताया कि कोई भी शहरी सुविधा सुलभ नहीं हो सकी है। मोहल्ले में बिजली, पानी, शौचालय, सड़क और नाली का निर्माण नहीं कराया जा सका है। ड्राई जोन होने के कारण डीप बारिंग कराने के बाद भी पानी नहीं मिलता है। मोहल्ले के लोग बोर फेल होने के डर से कदम नहीं बढ़ाते हैं। पेयजल के लिए पाइपलाइन की सुविधा नहीं होने से लोगों को पानी के लिए टैंकर पर निर्भर रहना पड़ता है। लगातार शहर का विस्तार के कारण नए भवन बन रहा है। लेकिन इसके अनुरूप पक्की सड़कों का निर्माण नहीं हो सका है। इस कारण लोगों को घरों तक पहुंचने के लिए पगडंडी का सहारा लेना पड़ता है। बरसात के दिनों में लोगों को घर तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। मोहल्ले में नगर निगम कभी भी सफाई नहीं करती है।
नाली की व्यवस्था नहीं होने से गंदगी सड़कों पर बहते रहता है। सड़कों पर स्ट्रीट लाइट नहीं होने से रात के समय पूरा मोहल्ला में अंधेरा में डूब जाता है। स्वच्छ भारत मिशन अभियान के अंतर्गत सभी घरों में शौचालय का भी निर्माण नहीं कराया गया है। इस कारण लोगों को शौच के लिए खुले में जाना पड़ता है।
प्रस्तुति:अरूण
बरसात में भी बनी रहती है पानी की किल्लत
बड़की बैरिया मोहल्ला मेदिनीनगर के उत्तरी क्षेत्र में स्थित है। भूमिगत जलस्तर इस मोहल्ले में न के बराबर है। 500 से 600 फीट तक बारिंग कराने के बावजूद पानी नहीं मिलता है। इसके कारण आम लोगों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या बरसात के दिनों में भी बनी रहती है। नगर निगम की ओर से पाइप लाइन जलापूर्ति सुविधा नहीं दी गई है। आम नागरिकों को टैंकर से पानी खरीदने को मजबूर होना पड़ता है।
घनी हो रही है आबादी पर सुविधाएं नदारद
एनएच-39 की फोरलेन सड़क बड़की बैरिया के करीब से गुजर रही है। इसके कारण यह मोहल्ला बाइपास के अंदर आ जाएगा। इस कारण मोहल्ले में तेजी से आबादी बस रही है। अपेक्षाकृत कम कीमत पर जमीन मिल जाने से आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोग इस मोहल्ले में बसते जा रहे हैं। परंतु घर बनाने के बाद पेयजल के लिए होने वाला संकट उन्हे परेशान कर दे रहा है। वे नगर निगम प्रबंधन को कोसने लग रहे हैं।
सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करे नगर निगम
बड़की मोहल्ला शहर से काफी दूर है। इस कारण महीने में एक बार भी सफाई कर्मी सड़कों की सफाई करने नहीं पहुंचते हैं। नाली नहीं होने के कारण सड़कों पर घर का गंदा पानी बहता रहता है। मोहल्ले की प्रत्येक गली में गंदगी का अंबार लगा रहता है। यहां के लोग अपने स्तर पर कभी-कभार सफाई कराते हैं। यहां के लोगों का कहना है कि नगर निगम अगर होल्डिंग टैक्स वसूलना शुरू कर दिया है तो उसे सुविधा भी बहाल करनी चाहिए।
1. ड्राई जोन होने के कारण बड़की बैरिया मोहल्ले में पानी की बहुत किल्लत है। लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है।
2. बैरिया मोहल्ला में तेजी से आबादी बढ़ रही है। मकान भी बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन सड़क की स्थिति दयनीय है।
3. पानी निकासी के लिए नाली की सुविधा नहीं है। गंदा पानी गली में बहते रहता है। इसके कारण बीमारी की आशंका बनी हुई है।
4. बड़की बैरिया मोहल्ले में अधिकांश घरों में शौचालय की व्यवस्था नहीं है। सामुदायिक शौचालय भी आसपास नहीं है।
5. बढ़की बैरिया मोहल्ले में नगर निगम की टीम कभी भी सफाई नहीं करती है।
1. बड़की बैरिया में पाइप लाइन के से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था करने की जरूरत है। इससे लोगों को राहत मिलेगी।
2. मोहल्ले में पक्की सड़क बनाने की जरूरत है, ताकि लोगों को घर तक पहुंचने में कोई परेशानी नहीं हो।
3. सड़कों के किनारे बहने वाले गंदे पानी की निकासी के लिए नाली बनाने की आवश्यकता है। इससे गंदगी से छुटकारा मिलेगा।
4. सभी परिवारों को शौचालय के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है। सामुदायिक शौचालय की आवश्यकता है।
5. मोहल्ले में सड़कों की नियमित सफाई कराने और कचरा प्रबंधन को लागू करने की जरूरत है।
बड़की बैरिया वार्ड-3 में आता है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की निमियां जलापूर्ति योजना अंतर्गत पाइपलाइन बिछाने का कार्य चल रहा है। कुछ सड़क एवं नाली बनाने का कार्य प्रोसेस में है। शेष सड़क एवं नाली निर्माण कार्य 2025-26 के फाइनेंशियल ईयर में उसे पूरा कर लिया जाएगा। नाली के सर्वे कार्य चल रहा है।
विश्वजीत महतो, सहायक नगर आयुक्त
बड़की बैरिया में अधिकांश लोगों के घर में बिजली कनेक्शन नहीं है। बिजली कनेक्शन महंगा होने के कारण लोग मीटर नहीं लगा पा रहे हैं। फ्री में बिजली कनेक्शन देना चाहिए। पेयजल संकट का निदान प्राथमिकता स्तर पर निकालनी चाहिए। ड्राइजोन होने के कारण सामान्य बोरिंग से पानी नहीं मिल पाता है। पानी की किल्लत को दूर करने की आवश्यकता है।
मुन्ना कुमार, स्थानीय
बड़की बैरिया में पानी की किल्लत है। पानी के लिए घर से दूर जाना पड़ता है। घर के एक सदस्य को पानी लाने में तत्पर रहना पड़ता है। शहरी क्षेत्र में आने के बाद भी सुविधा नहीं है।-कैलाश राम चंद्रवंशी
बिजली और पानी की स्थिति बहुत खराब है। मोहल्ले में सड़कों की स्थिति भी दयनीय है। बरसात के समय पैदल भी चलना मुश्किल हो जाता है। सड़क कीचड़ से भर जाती है। -सत्येंद्र भुइयां
बड़की बैरिया शहरी क्षेत्र में केवल नाम का है। पीने के लिए पानी की सुविधा नहीं है। शहर में सभी जगह सप्लाई की व्यवस्था है, लेकिन यहां के लोगों को दूर से पानी लाना पड़ता है। -पूनम देवी
मोहल्ल् में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं है। रात होते ही सड़कों पर अंधेरा छा जाता है। स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं है। पूरा मोहल्ला सुनसान लगता है। परेशानी होती है। -उर्मिला देवी
बिजली कनेक्शन घर तक नहीं देने से लोगों को पोल से दूर तक तार खींचना पड़ा है। बिजली आपूर्ति की भी स्थिति ठीक नहीं है। गरीब लोगों को फ्री में कनेक्शन देना चाहिए। -भगवान ठाकुर
बड़की बैरिया में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। सड़क, बिजली, पानी, नाली की कोई सुविधा नहीं है। यहां लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। -सकेंद्र भुइयां
सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था नहीं है। शौच के लिए लोगों को खुले में जाना पड़ता है। मोहल्ले में अधिकांश लोग काफी गरीब हैं। इसके कारण शौचालय नहीं बना पाते हैं। -गिरिजा पासवान
पानी की किल्लत है। कही भी चापानल नहीं है। पानी के लिए भटकना पड़ता है। गर्मी में परेशानी बढ़ जाती है। मोहल्ले में कहीं भी नाली की व्यवस्था नहीं है, सड़क पर गंदा पानी बहता है। -ममता देवी
ड्राई जोन होने के कारण बोर कराने पर भी पानी नहीं मिलता है। मोहल्ले में पाइप लाइन के जरिए पानी की सप्लाई की जानी चाहिए। तभी आम लोगों को पीने के लिए पानी मिल सकेगा। -तारा देवी
नगर निगम केवल होल्डिंग टैक्स लेने में व्यस्त है। बड़की बैरिया में सुविधा बहाल करने में सबसे पीछे है। नगर निगम को पानी, बिजली, स्वास्थ्य, सड़क की सुविधा देनी चाहिए। -बिजली कुमार साहू
मोहल्ले में सड़कों की सुविधा नहीं होने से लोगों को घर तक पगडंडी से जाना पड़ता है। बिजली की स्थिति में भी कोई सुधार नहीं है। कहीं भी स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई है। -सोनू तिवारी
मोहल्ले में अधिकांश लोगों की जीवन स्तर बहुत ही निम्न है। शहरी क्षेत्र में होने के बाद होल्डिंग टैक्स लिया जा रहा है लेकिन सुविधा नहीं मिल रही है। पेयजल सबसे बड़ी समस्या है। -मुखदेव सिंह
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