झारखंड में 'आक्रमण' गिरफ्तार, NIA को लंबे समय से थी तलाश; पत्नी के साथ पकड़ा गया TPC उग्रवादी
उग्रवादी संगठन तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) के सेकेंड इन कमान आक्रमण गंझू उर्फ आक्रमण को चतरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस और जांच एजेंसी एनआईए को लंबे समय से इसकी तलाश थी। उसके सिर पर 18 लाख का इनाम घोषित था।
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उग्रवादी संगठन तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) के सेकेंड इन कमान आक्रमण गंझू उर्फ आक्रमण को चतरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस और जांच एजेंसी एनआईए को लंबे समय से इसकी तलाश थी। संगठन में रीजनल कमेटी मेंबर आक्रमण पर कुल 18 लाख रुपये का इनाम रखा गया था। पुलिस ने जहां 15 लाख रुपये का इनाम रखा था, वहीं एनआईए ने तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि इनामी टीपीसी उग्रवादी आक्रमण पत्नी के साथ प्रयागराज में महाकुम्भ स्नान कर प्रतापपुर लौटा है। इस सूचना के बाद चतरा थाने और लोकल पिकेट की पुलिस टीम ने रविवार की रात ही छापेमारी कर उसे प्रतापपुर के मनातू रोड से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद उसे गुप्त ठिकाने पर ले जाकर आक्रमण की पत्नी को भी हिरासत में लिया है।
एनआईए को टेरर फंडिंग केस में थी तलाश
आक्रमण चतरा के लावालौंग के मनातू गांव का रहने वाला है। टीपीसी कमांडर रहते हुए आक्रमण के खिलाफ दो दर्जन से अधिक कांड दर्ज हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए को भी टेरर फंडिंग केस में आक्रमण की तलाश थी। एनआईए ने आक्रमण पर तीन लाख का ईनाम रखा था। चतरा में विस्थापित कमेटी बनाकर कोयला परियोजनाओं से उगाही से जुड़े केस में एनआईए को आक्रमण की तलाश साल 2018 से थी। आक्रमण की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि अधिकारियों ने नहीं की है।
कुम्भ से स्नान कर लौट रहा था आक्रमण, पत्नी के साथ गिरफ्तार
उग्रवादी आक्रमण उर्फ रविंद्र गंझू उर्फ नेता जी उर्फ केजरीवाल को अंतत: चतरा पुलिस ने पकड़ ही लिया। वह पत्नी के साथ कुम्भ से स्नान कर लौट रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिये चतरा पुलिस दिन रात एक कर रही थी। क्योंकि टीएसपीसी के अधिकतर टॉप कमांडर या तो पुलिस की गोली का शिकार हुए हैं या फिर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के फाउंडर माने जाने वाले ब्रजेश गंझू और आक्रमण गंझू ही पुलिस की पकड़ से दूर था।
ब्रजेश गंझू टीएसपीसी उग्रवादी संगठन का सुप्रीमो और दूसरे नंबर पर आक्रमण था। इन दोनों की गिरफ्तारी के लिये चतरा पुलिस ने दोनों के घरों में कुर्की करते हुए सील कर दिया गया है। दोनों का घर वैसे तो लावालौंग में है। लेकिन आक्रमण का पैतृक घर लातेहार जिला बताया जाता है। आक्रमण की पत्नी निलम देवी 2023 तक अर्थात दस वर्षो तक लावालौंग प्रखंड की मुख्यिा रही है। बताया जाता है कि बहुत कम उम्र में ही आक्रमण ने भाकपा माओवादी संगठन का दामन थाम लिया था। लंबे समय तक वह माओवादी संगठन में रहा।
माओवादी संगठन का मुरारी, निलेश, कोहराम, ब्रजेश, मुकेश ने जब माओवादी संगठन से बगावत किया तो उस समय आक्रमण भी उनके साथ थे। संगठन को छोड़कर उक्त लोगों ने ही एक नया संगठन टीपीसी बनाया था। टीपीसी का मुरारी उस समय सुप्रीमो हुआ करता था। मुरारी को माओवादियों ने मुठभेड़ में मार गिराया। उसके बाद ब्रजेश गंझू को संगठन का सुप्रीमो बनाया गया। उस समय सेकंड सुप्रीमो निलेश जी थे। जिसे भी माओवादियों ने कुंदा में आयोजित आर्केस्ट्रा के दौरान उसकी हत्या कर दी थी। उसके बाद टीएसपीसी के सकें ड सुप्रीमो मुकेश जी को बनाया गया था। मुकेश ने चतरा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया और कोहराम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तब से टीएसपीसी संगठन के सेकेंड सुप्रीमो आक्रमण गंझू ही थे। अब पुलिस को टीएसपीसी उग्रवादी संगठन को सुप्रीमो ब्रजेश गंझु की तलाश है।