नौशाद ही नहीं फॉलोवर्स की भी हो रही जांच, घर-घर तलाशी ले रही IB और SIT
पहलगाम आतंकी हमले पर जश्न मनाते हुए पाकिस्तान और लश्करे तैयबा को बधाई देने वाले नौशाद को जेल भेजा गया है। गुरुवार को एसआईटी प्रमुख इंस्पेक्टर नवीन सिंह ने मकदुमपुर के मिल्लत नगर स्थित नौशाद के घर पर घंटों जांच-पड़ताल की और कई सबूत जुटाए गए हैं।

पहलगाम आतंकी हमले पर जश्न मनाते हुए पाकिस्तान और लश्करे तैयबा को बधाई देने वाले नौशाद को जेल भेजा गया है। गुरुवार को एसआईटी प्रमुख इंस्पेक्टर नवीन सिंह ने मकदुमपुर के मिल्लत नगर स्थित नौशाद के घर पर घंटों जांच-पड़ताल की और कई सबूत जुटाए। इधर, एटीएस भी नौशाद से जुड़े डिजिटल साक्ष्य जुटाकर रांची लौट गई। पुलिस हेडक्वाटर के निर्देश पर बालीडीह एसआईटी, झारखंड एटीएस, टेक्निकल सेल, आईबी और स्पेशल ब्रांच संयुक्त रूप से आतंक से जुड़े तार को खंगालने में जुटी हुई हैं।
सोशल मीडिया पर नौशाद के फॉलोअर्स को भी खंगाला जा रहा है। प्रारंभिक जांच में अंतरराष्ट्रीय सीमा तक कई संदिग्ध फॉलोअर्स मिले हैं, जिनकी पृष्ठभूमि खंगाली जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आतंकी हमले में मृत लोगों की मौत पर जश्न मनाते हुए आतंकी संगठन लश्करे तैयबा व पाकिस्तान को डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर बधाई देना आरोपी के कट्टरपंथ को दर्शाता है। इसपर पुलिस व खुफिया एजेंसी हर पहलु पर जांच कर रही है।
पुलिस के लिए देश के अंदर नौशाद जैसी सोच रखने वाले लोगों को चिह्नित करना फिलहाल बड़ी चुनौती बन गई है। इसी चुनौती से निपटने के लिए एसपी मनोज स्वर्गियारी के निर्देश पर बोकारो पुलिस की टेक्निकल सेल 53 संदिग्ध अकाउंट को खंगाल रही है। इससे पूर्व आतंकियों का झारखंड मॉड्यूल सामने आ चुका है। ऐसे में ताजा जांच से आतंकी संगठन से जुड़े कई स्लीपर सेल सामने आ सकते हैं, जो आम लोगों के बीच रहकर आतंक व आतंक के समर्थन में लगे हुए है।
सहारनपुर जाएगी एसआईटी : एसआईटी अनुसंधान के क्रम में कट्टरपंथी सोच रखने वाले नौशाद की गतिविधियों को खंगालने के लिए यूपी के सहारनपुर भी जाएगी। नौशाद ने बोकारो की मखदुमपुर मस्जिद में आठ वर्ष की उम्र तक तालीम हासिल करने के बाद मदरसा रहमानिया बंदयू चन्द्रपुरा में वर्ष 1999 से 2001 तक, मदरसा हुसेनिया पेलावर हजारीबाग में वर्ष 2002 तक व मदरसा रियाजुल उलुम पाथरडीह धनबाद में वर्ष 2003 से 2005 तक धार्मिक तालीम हासिल की थी।
इसके बाद यूपी सहारनपुर के मदरसा दारूल उलुम वक्फ देवबंध में 2007 से 2012 तक तालीम हासिल कर मुफ्ती बना। फिर इस्लामिक लॉयर का चोला पहनकर लंबे समय तक पश्चिम बंगाल, बिहार, यूपी, झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में घूमता रहा। एसआईटी जांच के दायरे में वो तमाम मदरसे हैं, जहां उसने तालीम हासिल की। इसके अलावा पासपोर्ट, आधार, पैन, बैंक अकाउंट की भी जांच की जा रही है।
इंटरस्टेट बॉर्डर और इंडस्ट्रीज की सुरक्षा बढ़ी
पहलगाम टेरर अटैक के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय के जारी हाई अलर्ट को देखते हुए बोकारो पुलिस भी हाई अलर्ट पर है। जिले से सटे इंटरस्टेट बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है। रेलवे, हाईवे, इंडस्ट्रीज की सुरक्षा बढ़ाते हुए हर संदिग्ध हरकत पर नजर रखी जा रही है। खुफिया एजेंसियों से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है। साथ ही सोशल नेटवर्क साइट पर आपत्तिजनक पोस्ट के जरिए माहौल खराब करने के हर नापाक प्रयास पर भी बोकारो पुलिस नजर बनाए हुए है।
आतंकी गतिविधि की जांच को आईबी पहुंची
बोकारो। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की तीन सदस्यीय टीम गुरुवार को बालीडीह थाना पहुंची। आईबी डीएसपी के नेतृत्व में पहुंची टीम ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह से जानकारी हासिल की। ताजा घटनाक्रम में बोकारो की स्थिति का आकलन किया। पुलिस की मानें तो ठोस साक्ष्य मिलने के बाद आईबी की टीम पहुंची है। इधर आगे बोकारो पुलिस की टेक्निकल टीम भी आतंकी नेटवर्क की तलाश में जुट गई है।