रांची में लाठीचार्ज के बाद आधा दर्जन से अधिक छात्रों को आईं चोटें, सीजीएल परीक्षा को लेकर हुआ खूब हंगामा
- झारखंड के रांची में सीजीएल परीक्षा में कथित धांधली के आरोपों की सीबीआई जांच कर दोषियों को सजा देने और रिजल्ट रद्द करने की मांग को लेकर सोमवार को जेएसएससी कार्यालय का घेराव करने जा रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
झारखंड के रांची में सीजीएल परीक्षा में कथित धांधली के आरोपों की सीबीआई जांच कर दोषियों को सजा देने और रिजल्ट रद्द करने की मांग को लेकर सोमवार को जेएसएससी कार्यालय का घेराव करने जा रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज की वजह से विभिन्न छात्र संगठनों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे देवेंद्रनाथ महतो समेत आधा दर्जन से अधिक छात्रों को चोटें आईं। इस दौरान पुलिस ने देवेंद्र को हिरासत में ले लिया।
नामकुम बाजार मैदान से दोपहर करीब एक बजे विभिन्न संगठनों के छात्र जेएसएससी कार्यालय की ओर बढ़ रहे थे। पुलिस ने सदाबहार चौक से पहले उन्हें रोक लिया और वापस जाने को कहा। लेकिन छात्र सड़क पर ही धरना पर बैठ गए। पुलिस के आग्रह करने के बाद भी जब छात्र नहीं माने तब पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
पुलिस ने दिन में करीब सवा एक बजे जब देवेंद्र को हिरासत में ले लिया। इसके बाद भी छात्र नामकुम बाजार मैदान में जमे थे। इसके बाद एसडीओ, ग्रामीण एसपी, एडीएम समेत अन्य पदाधिकारी वहां पहुंचे और छात्रों को खदेड़ दिया। इस बीच छात्र जेएसएससी कार्यालय के अंदर प्रवेश करने की योजना बनाते रहे पर सफल नहीं हुए।
सुबह दस बजे से ही जिलों से पहुंचने लगे थे छात्र
रांची के अलावा विभिन्न जिलों से सुबह 10 बजे से ही छात्र छोटे-छोटे समूहों में नामकुम बाजार स्थित मैदान में पहुंचने लगे थे। तीन घंटे बाद जब देवेंद्रनाथ महतो पहुंचे, तब करीब एक बजे घेराव के लिए जेएसएससी कार्यालय की ओर बढ़े, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। समझाने के बाद भी जब नहीं माने तब पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज के बाद कुछ छात्रों को हिरासत में लेकर सड़क को खाली कराया गया।
अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड से मिलान के बाद भेजा अंदर
जेएसएससी सीजीएल के रिजल्ट में सफल घोषित किए गए छात्रों का सोमवार से डॉक्टयूमेंट वेरिफिकेशन किया जा रहा है। छात्र संघों के घेराव की चेतावनी के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी। सफल छात्रों को जेएसएससी कार्यालय के अंदर एडमिट कार्ड का मिलान करने के बाद जाने दिया जा रहा था। गेट के पास मौजूद पुलिसकर्मियों के पास एक सूची थी, उसी सूची के आधार पर अंदर जाने की इजाजत दी जा रही थी।