Hindi Newsझारखंड न्यूज़लोहरदगाCelebration of Jivitputrika Vrat in Lohardaga Mothers Observe Fasting and Rituals for Children s Well-being

माताओं ने पुत्र की लंबी आयु के लिए किया जीवित्पुत्रिका व्रत

लोहरदगा जिले में बुधवार को जीवित्पुत्रिका व्रत की पूजा धूमधाम से हुई। माताओं ने अपने बच्चों की कुशलता के लिए निर्जला व्रत रखा और मंदिरों में पूजा की। जिमूतवाहन और चील-सियार की कथा का श्रवण किया।...

Newswrap हिन्दुस्तान, लोहरदगाWed, 25 Sep 2024 08:41 PM
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लोहरदगा, संवाददाता। लोहरदगा जिले में बुधवार को जीवित्पुत्रिका व्रत की पूजा आस्था और धूमधाम से हुई। बुधवार सुर्योदय के साथ ही माताओं ने अपने बच्चों की कुशलता के लिए निर्जला व्रत रखते हुए दोपहर बाद से देर शाम तक अपने निजी घरों और मंदिरों में आयोजित सार्वजनिक पूजा में भाग लेते हुए जिमूतवाहन और चील-सियार की कथा का श्रवण किया। गुरुवार को सूर्योदय के साथ पारण के उपरांत 24 घण्टे के निर्जला उपवास के साथ-साथ जीवित्पुत्रिका व्रत का समापन हो जाएगा। इससे पूर्व माताओं ने मंगलवार को नहाय- खाय अनुष्ठान किया था। बताते चले कि सनातन धर्म में जीवित्पुत्रिका व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन माताएं अपने संतान की लंबी आयु और सुखद भविष्य की कामना में साथ निर्जला व्रत रखती हैं। उदया तिथि के अनुसार अष्टमी पर जिउतिया व्रत का आयोजन होता है जो 25 तारीख को था, 26 सितंबर को सूर्योदय के साथ व्रती माताएं पारण करेंगी।

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