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झारखंड में 1.77 लाख किसानों का आज लोन होगा माफ, सोरेन सरकार अदा करेगी 400 करोड़ रुपए

  • झारखंड के 1,76,977 लाख किसानों को सरकार गुरुवार को दो लाख रुपए तक के लोन माफी योजना की सौगात देगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को प्रभात तारा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में 400.66 करोड़ का लोन अदायगी करेंगे।

Devesh Mishra हिन्दुस्तान, रांचीThu, 26 Sep 2024 07:39 AM
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झारखंड के 1,76,977 लाख किसानों को सरकार गुरुवार को दो लाख रुपए तक के लोन माफी योजना की सौगात देगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को प्रभात तारा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में 400.66 करोड़ का लोन अदायगी करेंगे। दोपहर 2:00 बजे से आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता के अलावा खिजरी विधायक राजेश कच्छप उपस्थित रहेंगे।

अब तक 4,78,922 लाभार्थियों का 1922.04 करोड़ का ऋण माफ झारखंड कृषि ऋण माफी योजना 29 दिसंबर 2020 को शुरू की गई एक प्रमुख योजना है जो प्रति मानक फसल ऋणधारक को 50 हजार रुपये तक की ऋण माफी सुनिश्चित करती है। ऋण माफी की सीमा 50 हजार तक में अब तक 4,78,922 लाभार्थियों का 1922.04 करोड़ रुपये का ऋण माफ किया जा चुका है। ऋण माफी की सीमा बढ़ाकर अब 02 लाख तक कर दी गयी है। वित्त वर्ष 2024-25 में 2 लाख रुपये तक बकाया राशि वाले लाभार्थी भी ऋण माफी के पात्र हैं। इसके तहत अब चिन्हित लाभार्थियों की संख्या - 1,76,977 है। जिनके 400.66 करोड़ के ऋण आज माफ किए जाएंगे।

किसानों को कर्ज से राहत देना उद्देश्य

राज्य सरकार ने झारखंड के अल्पावधि कृषि ऋण धारक किसानों को कर्ज के बोझ से राहत देने के उद्देश्य से इस योजना की शुरुआत की है। योजना का मुख्य उद्देश्य फसल ऋण धारकों की ऋण पात्रता में सुधार करना और नए फसल ऋण की प्राप्ति सुनिश्चित करना है। इस योजना का उद्देश्य कृषक समुदाय के प्रवास को रोकना और कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करना भी है। इस योजना का लक्ष्य 9 लाख से अधिक मानक ऋण धारकों को लाभ पहुंचाना है। 31 मार्च 2020 तक के मानक फसल ऋणधारक योजना का लाभ उठा सकेंगे। इस योजना को वेब पोर्टल पर संपर्क रहित और कागज रहित आवेदन प्राप्त करने के माध्यम से ऑनलाइन लागू किया गया है। आवेदकों को ई-केवाईसी के लिए नजदीकी सीएससी पर आवेदन करना होता है। बकाया फसल ऋण का पुनर्भुगतान प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से किया जाता है। शिकायत का निवारण ऑनलाइन किया जाता है।

कार्यक्रम में भाग लेने के लिए वाहनों का रूट निर्धारित

● गढ़वा, पलामू, लातेहार, चतरा, रामगढ़, गुमला और रांची के आसपास इलाके से कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आने वाले वाहन काठीटांड़, रिंग रोड चौक से बाएं होते दलादली, नयासराय, बालालौंग मोड़ से धुर्वा डैम, धुर्वा बस स्टैंड से सखुआबागान आएगा। यहां पर वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है।

● दुमका, देवघर, जामताड़ा, गोड्डा और पाकुड़ से आने वाले वाहन नेवरी रिंग रोड से बाएं रामपुर, तुपुदाना, हटिया चांदनी चौक, प्रोजेक्ट भवन होते हुए धुर्वा गोलचक्कर आएंगे और वहीं पर स्थित मैदान में पार्क करने की व्यवस्था की गई है।

● हजारीबाग, कोडरमा, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह और सिमडेगा से आने वाले वाहन नेवरी रिंग रोड चौक से बाएं रामपुर, तुपुदाना, प्रोजेक्ट भवन होते हुए धुर्वा गोलचक्कर आएंगे। गोलचक्कर स्थित मैदान में वाहन पार्क करने की व्यवस्था की गई है।

● खूंटी से आने वाले वाहन तुपुदाना चौक, सीठियो, चांदनी चौक, प्रोजेक्ट भवन और धुर्वा गोलचक्कर के पश्चिम भाग में स्थित मैदान में पार्क होंगे।

● जमशेदपुर, चाईबासा, सरायकेला, बुंडू, तमाड़, सिल्ली, अनगड़ा और नामकुम की ओर से कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आने वाले वाहन रामपुर रिंग रोड से बाएं तुपुदाना चौक, हटिया चांदनी चौक से प्रोजेक्ट भवन होते हुए जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम जाएंगे। वहां पर वाहन पार्क करने की व्यवस्था की गई है।

● वीआईपी के छोटे वाहनों के लिए धुर्वा गोलचक्कर, नेहरू स्टेडियम, मियां मार्केट से प्रभात तारा मैदान में पार्क करने की व्यवस्था की गई है।

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