शाम में चंदवारा बाजार में अक्सर लगती है जाम, महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं
चंदवारा बाजार एक छोटा ग्रामीण बाजार है, जहां दुर्गा पूजा के दौरान रौनक बढ़ी है। हालांकि, जाम और शौचालय की कमी जैसी समस्याएं व्यापारियों और ग्राहकों के लिए मुश्किलें पैदा कर रही हैं। बाजार में अस्थायी...
चंदवारा निज प्रतिनिधि प्रखंड का चंदवारा बाजार ग्रामीण क्षेत्र होने की वजह से छोटा बाजार है, लेकिन जरूरत की लगभग सामान यहां मिलते है। दुर्गा पूजा को लेकर शहरी बाजारों के साथ-साथ इन छोटे बाजारों में भी अब धीरे धीरे रौनक बढ़ने लगी है। आस पास के कई सुदूरवर्ती गांवों के लोग यहां हर दिन खरीदारी करने पहुंचते हैं। साथ ही यहां सप्ताहिक हाट भी लगता है, जिनमें आसपास के दर्जनों गांव के लोग खरीदारी करने आते हैं। यूं तो चंदवारा का मुख्य बाजार रांची-पटना मुख्य मार्ग पर हीं स्थित है। फोरलेन सड़क निर्माण हो जाने के कारण बाजार का फैलाव हुआ है। पुराने दुकान टूटने व नये तरीके से बाजार का तैयार हो रहा है। मगर फोरलेन सड़क के सर्विस रोड पर कई जगह पर अस्थायी दुकानें खोले जाने, सब्जी विक्रेताओं द्वारा सब्जी बेचे जाने के कारण अक्सर जाम की समस्या बन जाती है। रोड संकीर्ण होने के कारण लोगों के आवाजाही में भी परेशानी होती है। इसके अलावा कई वाहनों के इसी सर्विस रोड पर खड़ा कर दिये जाने से यह तरह की समस्या उत्पन्न होती है। इसके अलावा आवारा पशुओं का भी इसी रोड पर जमावड़ा रहता है। शाम के समय इस बाजार में काफी चहल-पहल बढ़ जाती है। ऐसे में जाम लगने से व्यवसाय पर भी असर पड़ता है। इसके अलावा चंदवारा शिव मंदिर के पास भी सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शनिवार को हाट बाजार लगता है, जहां सब्जी से लेकर, कपड़े, बरतन, जूते, चप्पल समेत लगभग सभी चीजों के बाजार लगती है, जहां करीब 15 से 20 गांव के ग्रामीण खरीदारी को लेकर बाजार पहुंचते हैं। लेकिन सबसे बडी समस्या यह है कि मुख्य बाजार ओर हाट बाजार होने के बावजूद भी कहीं पर यूरिनल और महिलाओं के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था नहीं है। बाजार के दौरान महिलाओं द्वारा काफी देर तक यूरिन रोके रहने से उन्हें कई प्रकार की बीमारी होने की भी संभावना रहती है।
क्या कहते हैं लोग?
कई दुकानदारों द्वार सड़कों पर भी अतिक्रमण कर लेने से बाजार छोटा होने के बावजूद जाम की स्थिति बनी रहती है। लोगों को इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है: पप्पू कुमार
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दो पहिया व चार वाहनों के जहां तहां खड़ा कर देने से बाजार का सड़क सकरा हो जाता है। इससे आवागमन में परेशानी होती है: रामचंद्र प्रसाद
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बाजार आने वाले लोग सड़कों पर बाईक लगा देते हैं जिससे सड़के और संकीर्ण हो जाती है। पार्किंग को भी व्यवस्था नहीं है: सोनू कुमार, व्यवसायी
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बाजार में आसपास के कई गांवों से लोग यहां खरीदारी करने आते है लेकिन यहां शौचालय की व्यवस्था नहीं है, लोगों को काफी परेशानी होती है: पंकज साव, व्यवसायी
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