श्री परमहंस बाबा का तीन दिनी समाधि पर्व कल से
सब-सत् का दिव्य मंत्र फूंकने वाले महा संत श्री परमहंस बाबा का तीन दिनी 64 वां समाधि पर्व डोमचांच में 22 अक्टूबर से शुरू होगा। पहले दिन समाधि पूजन,हवन,
डोमचांच, निज प्रतिनिधि । सब-सत् का दिव्य मंत्र फूंकने वाले महा संत श्री परमहंस बाबा का तीन दिनी 64वें समाधि पर्व डोमचांच में 22 अक्तूबर से शुरू होगा। पहले दिन समाधि पूजन, हवन, महाआरती, भजन संध्या आदि, 23 अक्तूबर को समाधि पर चादरपोशी, प्रसाद वितरण समेत विविध कार्यक्रम होंगे। जबकि 24 अक्तूबर को इस महापर्व का समापन महाप्रसाद खिचड़ी और खीर वितरण के साथ होगा। क्या कहते हैं समाधि सेवक : समाधि सेवक उमानाथेंद्र गुरु ने बताया कि बाबा का समाधि पर्व मनाने का सिलसिला वर्ष 1961 से शुरू हुआ। तब से लेकर आज तक यह परंपरा विद्यमान है। इस पर्व को मनाने बंगाल, बिहार, झारखंड, ओड़िशा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश आदि प्रदेशों से आते हैं। श्री परमहंस बाबा का जन्म गोंदली टांड़, गिरीडीह में एक मध्यम वर्ग परिवार में हुआ था। परमहंस बाबा जब पांच वर्ष के थे, तब उन्हें माता द्वारा बीज के रूप में ज्ञान प्राप्त हुआ था। महासंत श्रीलंगटा बाबा ने नौ वर्ष की आयु में उनके इस ज्ञान को और विकसित किया।
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