झारखंड में दोपहर बाद फिर होगी बारिश, खराब मौसम के चलते मेले के कारोबारी परेशान
- झारखंड में पिछले 24 घंटों को दौरान खूंटी में 48.8, रांची में 36.2, हजारीबाग में 23.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं, पश्चिमी सिंहभूम, गोड्डा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़ आदि स्थानों पर 10 से 20 मिलीमीटर बारिश हुई।
Jharkhand weather: रांची समेत झारखंड के कुछ भागों में गुरुवार को भी बारिश के आसार हैं। रांची में दोपहर बाद गरज के साथ बादल छाने और बारिश भी होने का पुर्वानूमान लगाया गया है। उधर, रांची में बुधवार की शाम जोरदार बारिश हुई। लगभग सभी हिस्सों पर करीब एक घंटे तक झमाझम बारिश से हर तरफ पानी भर गया।
मौसम विभाग के मुताबिक झारखंड में पिछले 24 घंटों को दौरान खूंटी में 48.8, रांची में 36.2, हजारीबाग में 23.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। वहीं, पश्चिमी सिंहभूम, गोड्डा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़ आदि स्थानों पर 10 से 20 मिलीमीटर बारिश हुई।
रांची मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि राजधानी रांची समेत पूरे झारखंड में गुरुवार को भी कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है। उन्होंने बताया कि दक्षिण और पश्चिमी दिशा से आने के कारण बादल छा रहे हैं और रांची समेत कुछ भागों में बारिश हो रही है। लेकिन अगले 24 घंटों के बाद हवा के रुख में बदलाव होने से मौसम साफ होने की संभावना है।
बारिश ने खराब किया दुकानदारों का कारोबार
दुर्गोत्सव पर हर साल राजधानी के प्रमुख मार्गों सहित पंडालों के आसपास का पूरा इलाका फुटपाथ दुकानों से गुलजार हो जाता है। इस मेले में दुकानें लगाने के लिए रांची के अलावा आसपास के इलाकों के कारोबारी भी यहां पहुंचते हैं। कई फुटपाथी तो पूरे परिवार के साथ दुकान लगाते हैं और वर्षभर दुकान लगाने के लिए त्योहार का इंतजार करते हैं। लेकिन पिछले दो दिन से हो रही बारिश ने इनका कारोबार चौपट कर दिया है। इससे फुटपाथ दुकानदारों के चेहरे पर मायूसी है।
सबसे अधिक परेशानी खुले आसमान में दुकान लगाने वाले ठेला-खोमचा वालों को हो रही है। बारिश के कारण ये दुकान नहीं लगा पा रहे हैं। गौरतलब है कि रांची सहित आसपास के इलाकों से आने वाले ये कारोबारी वर्षभर दुर्गोत्सव पर चाट-चाउमीन, भुंजा, पापड़ी, मोमोज, भेलपुरी आदि खाद्य सामग्रियों के अलावा खिलौने आदि की दुकानें लगाते हैं। इनका कहना है कि मेले में हमें अच्छे कारोबार की उम्मीद थी। लेकिन अब तक बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी ही फेरा है।