झारखंड की विकास दर में 7.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान, प्रति व्यक्ति व्यक्ति आय में भी बढ़ोत्तरी; रिपोर्ट
- झारखंड विधानसभा के चालू बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने वर्ष 2024-25 के आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी। इसके मुताबिक झारखंड की अर्थव्यवस्था में पिछले तीन वर्षों में लगातार वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि का अनुमान है।
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झारखंड विधानसभा के चालू बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने वर्ष 2024-25 के आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी। इसके मुताबिक झारखंड की अर्थव्यवस्था में पिछले तीन वर्षों में लगातार वृद्धि हुई है। राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) के चालू और आगामी वित्तीय वर्षों में भी वृद्धि का अनुमान है। राज्य की आर्थिक वृद्धि दर वास्तविक जीएसडीपी में चालू वित्तीय वर्ष (2024-25) में 6.7 और अगले वित्तीय वर्ष (2025-26) में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है कि झारखंड 10 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बनने की ओर है। इसके साथ ही झारखंड की प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि होगी।
सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार राज्य की जीएसडीपी 2024-25 में स्थिर मूल्यों पर 3,04,165 करोड़ और वर्तमान मूल्यों पर 5,06,356 करोड़ रुपए तथा 2025-26 में इसके क्रमश 3,26,941 करोड़ और 5,56,286 करोड़ रुपए होने का अनुमान है। राज्य की जीएसडीपी जो वर्ष 2011-12 में 1,50,918 करोड़ थी, इस वित्तीय वर्ष (2024-25) के अंत तक स्थिर मूल्यों पर दो गुना और वर्तमान मूल्यों पर तीन गुना से अधिक होने का अनुमान है।
पांच साल में झारखंड की विकास दर देश की तुलना में अधिक राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में झारखंड के जीएसडीपी में पिछले पांच वर्षों में सुधार हुआ है। 2019-20 में स्थिर मूल्यों पर राज्य की जीएसडीपी देश के वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद का 1.59 प्रतिशत थी, जो वर्ष 2023-24 में 1.64 फीसदी हो गयी। देश के सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के रूप में राज्य की जीएसडीपी भी 2019-20 में 1.54 प्रतिशत से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 1.56 प्रतिशत हो गई है। पिछले पांच वर्षों में झारखंड की विकास दर देश की तुलना में अधिक रही है।
प्रति व्यक्ति आय 1,24,079 रुपये होने का अनुमान
झारखंड में प्रति व्यक्ति आय 2024-25 में स्थिर मूल्यों पर 68,612 रुपए और वर्तमान मूल्यों पर 1,14,271 रुपए है। 2025-26 में इसका स्थिर मूल्यों पर 72,836 रुपए और वर्तमान मूल्यों पर 1,24,079 रुपये होने का अनुमान है। स्थिर मूल्यों पर प्रति व्यक्ति आय 2021-22 में 57,172 थी, जो 2023-24 में 65,062 रुपए हो गई। वहीं चालू मूल्यों पर 2021-22 में यह 88,500 थी जो 2023-24 में 1,05,274 रुपए हो गई।
झारखंड की प्रति व्यक्ति आय कम है। वर्ष 2000-01 में अपने गठन के समय यह देश के 28 राज्यों में 26वें स्थान पर था। देश के केवल दो राज्य उत्तर प्रदेश और बिहार ही इससे नीचे थे। पिछले चौबीस वर्षों में राज्यों की रैंकिंग में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है। वर्ष 2022-23 में भी झारखंड देश के 28 राज्यों में 26वें स्थान पर ही है, यह केवल बिहार और उत्तर प्रदेश से आगे है।
महंगाई दर ज्यादातर समय देश से कम रही
देश के अन्य राज्यों से तुलना के हिसाब से झारखंड में महंगाई दर पिछले एक साल से ज्यादातर समय 6 प्रतिशत की लक्षित दर के कम रही है। 2023-24 में राज्य में महंगाई की औसत दर 5.7 प्रतिशत थी और इस वर्ष (अप्रैल 2024 से अक्तूबर, 2024) यह 4 प्रतिशत रही। अप्रैल 2023 से अक्तूबर 2024 के बीच 19 महीनों में से सिर्फ छह महीनों में झारखंड में महंगाई दर देश से अधिक रही।