झारखंड में PLFI का एरिया कमांडर समेत 9 बरी, कोर्ट ने बताई वजह
- झारखंड में बुधवार को पीएलएफआई के एरिया कमांडर समेत 9 लोगों को बरी कर दिया गया। यहां अपर न्यायायुक्त शैलेंद्र कुमार की अदालत ने बुधवार को साक्ष्य के अभाव में पीएलएफआई के एरिया कमांडर समेत नौ आरोपियों को बरी करते हुए कहा कि इन पर लगे आरोपों का पर्याप्त साक्ष्य नहीं है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
झारखंड में बुधवार को पीएलएफआई के एरिया कमांडर समेत 9 लोगों को बरी कर दिया गया। यहां अपर न्यायायुक्त शैलेंद्र कुमार की अदालत ने बुधवार को साक्ष्य के अभाव में पीएलएफआई के एरिया कमांडर समेत नौ आरोपियों को बरी करते हुए कहा कि इन पर लगे आरोपों का पर्याप्त साक्ष्य नहीं है। इन पर नौ साल पुराने तमाड़ थाना क्षेत्र में मधुकान प्रोजेक्ट लिमिटेड सलगाडीह कैंप में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले करने का आरोप हैं। पीएलएफआई के एरिया कमांडर मंगल पांडे उर्फ भीम महतो उर्फ संतोष कुमार, भोला महतो, जीतलाल महली, तुलसी पाहन समेत नौ आरोपियों को पर्याप्त साक्ष्य के अभाव में बरी किया गया है। आइए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या था…
अभियोजन पक्ष आरोपियों पर लगे आरोप को साबित नहीं कर सका। जिसका लाभ आरोपियों को मिला है। घटना का अंजाम 4 मार्च 2016 को दिया गया था। मधुकान प्रोजेक्ट लिमिटेड के कर्मचारी कृष्ण चंद्र महतो के बयान पर तमाड़ थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। कहा गया था कि 4 मार्च 2016 को रात्रि 11.45 बजे 3 मोटरसाइकिल में सवार होकर 6 लोग और पैदल 8 लोग मधुकान प्रोजेक्ट लिमिटेड सलगाडीह कैंप में बेरियर में घुस गए थे। कुछ लोग हथियार से लैश थे। वहां खड़ी चार वाहनों में आग लगा दी थी।
बेरियर में घुसते ही ड्यूटी में कार्यरत कर्मचारी कृष्ण चंद्र महतो को पकड़ लिया और उसका मोबाइल छीन लिया। साथ ही अन्य कर्मचारियों व कार्यालय के सदस्यों के 19 मोबाइल छीन लिया। वे प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई के नाम पर नारे भी लगा रहे थे और वहां कुछ पर्चे/पोस्टर भी छोड़े थे। अब इस मामले में कोर्ट ने 9 लोगों को बरी कर दिया है। कोर्ट का कहना है कि आरोपियों को लेकर प्रस्तुत किए गए साक्ष्य पर्याप्त नहीं हैं। ऐसे में इन 9 लोगों को बरी कर दिया जाए।