संतान के सुख,समृद्धि एवं दीर्घायु की कामना को लेकर माताओं ने रखा जिउतिया व्रत
बिंदापाथर, प्रतिनिधि।थाना क्षेत्र के बिंदापाथर, मोहनपुर, खैरा, पालाजोरी, ताम्माजोर, श्रीपुर, बांदो, मोहनाबांक, गेड़िया सहित विभिन्न गांवो में जीवित पु
संतान के सुख,समृद्धि एवं दीर्घायु की कामना को लेकर माताओं ने रखा जिउतिया व्रत बिंदापाथर, प्रतिनिधि।
थाना क्षेत्र के बिंदापाथर, मोहनपुर, खैरा, पालाजोरी, ताम्माजोर, श्रीपुर, बांदो, मोहनाबांक, गेड़िया सहित विभिन्न गांवो में जीवित पुत्रिका व्रत यानी जिउतिया बुधवार को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।मालूम हो कि यह पर्व महिलाए अपनी संतान-पति की दीर्घायु के लिए निर्जला उपवास रखकर करती है। अश्विन मास की अष्टमी तिथि पर जितिया पर्व उत्साह के साथ मनाया जाता है।पर्व माता का संतान के प्रति समर्पण का प्रतीक है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान को जीवन में सुख, समृद्धि और दीर्घायु की प्राप्ति होती है। जिउतिया का व्रत पूरे तीन दिनों तक मनाया जाता है पहले दिन नहाय-खाय की परंपरा तथा दूसरे दिन व्रत रखा जाता है, तीसरे दिन व्रत का पालन किया जाता है। इस पर्व का हिंदू धर्म में खास महत्व माना जाता है।वही पारन के बाद प्रसाद वितरण किया जाता है प्रसाद लेने के लिए बच्चों का हुजम उमड़ पड़ता है। वहीं इस पर्व के उपलक्ष पर खैरा गांव मे छाता मेला का आयोजन किए जाने की परंपरा सदियो से चली आ रही है।मेले मे विभिन्न तरह के सामग्री, मिठाई, चाट मशाला का लुफ्त उठाते हुए बच्चो को देखा गया।
फोटो:
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।