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साइबर फ्रॉड ने व्हाट्स एप्प पर भेजा लिंक, क्लिक करते ही बैंक एकाउंट से 80 हजार गायब

जामताड़ा में साइबर अपराधियों ने व्हाट्सएप पर लिंक भेजकर ठगी की। प्रभु मंडल, एक प्रधानाध्यापक, को एसबीआई क्रेडिट कार्ड वेरिफाई के नाम पर लिंक भेजा गया, जिससे उनके बैंक से 80,000 रुपए उड़ाए गए। मामले की...

Newswrap हिन्दुस्तान, जामताड़ाMon, 9 Sep 2024 08:13 PM
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जामताड़ा,प्रतिनिधि। साइबर फ्रॉड अब कॉल करने के बजाय वाहट्स ऐप पर लिंक भेजकर ठगी की घटना को अंजाम दे रहा है। जिस नंबर से वाहट्स ऐप पर लिंक भेजी जाती है। वह नंबर देखकर कोई यह अंदाजा नहीं लगा सकता है कि लिंक भेजने वाला शख्स उनके साथ कोई धोखाधड़ी कर रहा है। चूंकि जिस नंबर से वाहट्स पर लिंक प्राप्त होता है,वह नंबर में प्रोपाइल की जगह एसबीआई का लोगो लगा होता है। उसके बाद नंबर की जगह एसबीआई क्रेडिट हेल्प लिखा होता है। यानी लिंक भेजने के क्रम में साइबर अपराधी संबंधित व्यक्ति पूरी तरह से विश्वास में ले लेता बैठते है। जिस कारण लिंक पर क्लिक करते ही स्क्रीनिंग शेयरिंग ऐप के जरीए संबंधित व्यक्ति का मोबाइल स्क्रीन साइबर अपराधी के कंट्रोल में चला जाता है। उसके बाद लिंक के जरीए ही साइबर अपराधी सारी गोपनीय जानकारी प्राप्त कर लेता है। 03 सितंबर 2024 के अपराहन करीब 12 बजकर 04 मिनट पर करमाटांड़ थाना क्षेत्रन्तर्गत डुमरिया गांव निवासी प्रभु मंडल(प्रभारी प्रधानाध्यापक,राजकीय बुनियादी विद्यालय ) के वाहट्स ऐप पर एसबीआई क्रेडिट कार्ड वेरिफाई केवाईसी का एक लिंक प्राप्त हुआ। जिस लिंक पर क्लिक करने के बाद उनके बैंक एकाउंट से 80 हजार रूपए उड़ा लिए गए। हालांकि बैंक प्रबंधक की मदद से पीड़ित के एकाउंट से उड़ाए गए 80 हजार में से 28 हजार रूपए पर होल्ड लगा दिया गया है। यह रकम किसी हसन मंडल नामक व्यक्ति के एकाउंट में जमा हुआ है,जो पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर मालदा टाउन अंतर्गत महीपुर गांव निवासी है। इस मामले को लेकर पीड़ित प्रभु मंडल ने जामताड़ा साइबर थाना में लिखित शिकायत दिया है। जिसके आधार पर जामताड़ा साइबर थाना कांड संख्या- 54/24 दर्ज किया गया है। इस मामले में साइबर आरोपी हसन मंडल के विरूद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज किया गया है।

साइबर अपराधी पकड़े जाने के डर से एटीएम व फर्जी सिम खरीदता था। इसके ऐवज में साइबर ठग एटीएम व फर्जी सिम के लिए मोटी रकम का भुगतान करता है। इसके बाद साइबर अपराधी संगठित रूप से ठगी का गोरखधंधा करता है। जहां एटीएम की व्यवस्था करने वाले व पैसे की निकासी करने वाले को 30 प्रतिशत कमीशन मिलता है। वही 70 फीसदी राशि लिंक भेजने वाले व साइबर ठगी करने वाले शख्स तक पहुंचता है। इधर 04 सितंबर को एसपी एहतेशाम को मिली गुप्त सूचना के आधार पर जामताड़ा थाना क्षेत्रन्तर्गत दुलाडीह पंचायत नवाडीह मैदान से पश्चिम बंगाल के एक सिम व एटीएम सप्लायर को गिरफ्तार किया गया था। लेकिन एक आरोपी भागने में सफल रहा था। जिसकी पहचान पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिलान्तर्गत तपन थाना क्षेत्र के सुहरी गांव निवासी पुलक दास (उम्र-करीब 19 वर्ष) के रूप में हुई थी। उसके पास से 48 सिम कार्ड, 13 एटीएम कार्ड, एक मोबाइल फोन, एक पैन कार्ड, एक आधार कार्ड और एक बाइक बरामद किया गया था।

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