झारखंड में कितने मुस्लिम बने विधायक, पिछले चुनाव से कम या ज्यादा; देखें लिस्ट
- झारखंड विधानसभा चुनाव में चार मुस्लिम प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। इनमें से दो कांग्रेस पार्टी से जबकि दो जेएमएम से हैं। पिछले चुनावों में भी चार मुस्लिम प्रत्याशियों ने चुनाव में जीत दर्ज की थी।
शनिवार को झारखंड के चुनावी नतीजे आ गए। प्रदेश की 81 विधानसभा सीटों में से 56 पर इंडिया गठबंधन और 24 पर एनडीए ने जीत दर्ज की है। वहीं एक सीट पर जेएलकेएम प्रत्याशी जयराम महतो ने जीत दर्ज की। ऐसे में लोगों के मन में एक और जिज्ञासा आती है कि झारखंड की 81 विधानसभा सीटों में कितने मुसलमान विधायक बने? इस सवाल का जवाब है चार। प्रदेश की चार विधानसभा सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है।
कहां-कहां जीते मुस्लिम प्रत्याशी
झारखंड की चार विधानसभा सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। इनमें जामताड़ा, मधुपुर, राजमहल और पाकुड़ ऐसी सीटें हैं जहां मुस्लिम प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। जामताड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी इरफान अंसारी ने शीबू सोरेन की बहू सीता सोरेन को हराकर चुनाव जीता। मधुपुर से जेएमएम प्रत्याशी हफीजुल हसन ने गंगा नारायण सिंह को हराकर चुनाव जीता, राजमहल विधानसभा सीट से जेएमएम प्रत्याशी मोहम्मद ताजुद्दीन ने भाजपा के अनंत कुमार ओझा को हराया। इसी तरह पाकुड़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निशात आलम ने भी जीत दर्ज की है। निशात आलम ने आजसू के अजहर इस्लाम को मात दी। इस तरह 2024 के झारखंड विधानसभा चुनाव में कुल चार मुस्लिम प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। 2 कांग्रेस के टिकट पर जीते और 2 जेएमएम के टिकट पर जीत कर विधानसभा पहुंचे।
पिछले चुनाव में कितने मुसलमान विधायक
साल 2019 में हुए चुनावों में भी चार मुस्लिम प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। इनमें इरफान अंसारी, सरफराज अहमद, हाजी हुसैन अंसारी और आलमगीर आलम। पिछले चुनावों के तरह ही इस विधानसभा चुनाव में भी 4 मुसलमान विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। इनमें कुछ विधायकों के चेहरे और सीटें बदल गई हैं। सरफराज अहमद गांडेय से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे, उनके राज्यसभा जाने के बाद खाली हुई सीट पर सीएम सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने दो बार चुनाव लड़ा और दोनों बार जीतीं।