झारखंड में दिव्यांग लड़की से रेप करने वाले का फूंका गया घर, नहीं पकड़ा गया दरिंदा; तलाश में छापे
- घटना से आक्रोशित भीड़ ने अजीत डोम के घर पर हमला बोलते हुए सोमवार की शाम पथराव किया था। उसके घर पर तोड़फोड़ भी की थी। अजीत के वकील ने पुलिस से संपर्क कर मामले में लिखित शिकायत देने की बात कही है।
झारखंड के धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र के जगजीवन नगर हनुमान नगर रेपकांड में 36 घंटे बाद भी आरोपी सेंट्रल अस्पताल के सफाईकर्मी अजीत डोम को पुलिस नहीं पकड़ सकी। सरायढेला पुलिस कई टीम बनाकर उसकी तलाश में जुटी है। अजीत के संभावित ठिकाने और उसके रिश्तेदारों के घर पुलिस ने दबिश दी लेकिन वह नहीं मिला। वहीं आरोपी का घर फूंक दिया गया। पुलिस घर में आग लगाने वालों की भी तलाश कर रही है। हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई शिकायत नहीं दर्ज की गई है।
30 साल की दिव्यांग लड़की से किया था रेप
बता दें कि अजीत डोम पर 30 वर्षीय दिव्यांग युवती से दुष्कर्म करने का आरोप है। पीड़िता की मां की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी है। इधर, आरोपी अजीत के घर हुई आगजनी में पुलिस आरोपियों की पहचान करने में जुटी है। अभी तक आगजनी मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। पुलिस को लिखित आवेदन का इंतजार है।
भीड़ ने किया अटैक, घर में तोड़फोड़
घटना से आक्रोशित भीड़ ने अजीत डोम के घर पर हमला बोलते हुए सोमवार की शाम पथराव किया था। उसके घर पर तोड़फोड़ भी की थी। अजीत के वकील ने पुलिस से संपर्क कर मामले में लिखित शिकायत देने की बात कही है। हालांकि आगजनी में कोई शिकायत पुलिस को नहीं मिली। सरायढेला पुलिस ने आरोपी के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है।
युवती का कराया जा सकता है दो जनवरी को बयान
मंगलवार को एसएनएमएमसीएच में रेप पीड़िता की मेडिकल जांच हुई। केस की आईओ ने उससे जानकारी भी ली। बताया जा रहा है कि शीतकालीन अवकाश के बाद यानी दो जनवरी को न्यायालय में दिव्यांग पीड़िता का धारा 164 के तहत बयान कराया जा सकता है।
डालसा ने अस्पताल पहुंच कर दिव्यांग का जाना हाल
जगजीवन नगर की दिव्यांग रेप पीड़ित की मदद के लिए मंगलवार को डालसा की टीम एसएनएमएमसीएच पहुंची। पीड़िता एवं उसके परिजनों से मिलकर समुचित इलाज सुनिश्चित करवाया। टीम ने अस्पताल के डॉक्टर से मुलाकात कर उनका इलाज समुचित ढंग से करने का आग्रह किया। साथ ही सरायढेला थाना प्रभारी नूतन मोदी को आरोप को जल्द पकड़ कर न्यायालय के समक्ष हाजिर करने का निर्देश दिया। पीड़िता को जल्द ही मुआवजा राशि दिलाने की दिशा में पहल की गई।