कौन हैं ट्रांसजेंडर नगमा रानी? हटिया सीट से कांग्रेस-BJP के दिग्गजों के खिलाफ लड़ रहीं चुनाव
Hatia Assembly Seat 2024: झारखंड की हटिया विधानसभा सीट से भाजपा और कांग्रेस के दिग्गजों के सामने ट्रांसजेंडर नगमा रानी चुनाव मैदान में हैं। इस रिपोर्ट में नगमा रानी के बारे में...
झारखंड की हटिया विधानसभा सीट पर उम्मीदवारों को लेकर कमोबेश स्थिति साफ हो गई है। हटिया उन 43 विधानसभा सीटों में से एक है, जहां 13 नवंबर को पहले चरण में मतदान होना है। इस चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार को समाप्त हो गई। इस सीट पर कुल 30 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए हैं। हटिया विधानसभा सीट से भाजपा के नवीन जायसवाल जबकि कांग्रेस के अजय नाथ शाहदेव चुनाव मैदान में हैं। वहीं इनके सामने एक 35 वर्षीय ट्रांसजेंडर नगमा रानी भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। इस रिपोर्ट में नगमा रानी के बारे में एक नजर...
नगमा रानी कहती हैं कि उन्होंने शिक्षा और रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं के संघर्षों और गरीबों की बदहाली को देखते हुए राजनीति में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने 23 अक्टूबर को एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना पर्चा दाखिल किया है। नगमा रानी ने कहा कि हम सड़कों पर समय बिताते हैं और घर-घर जाते हैं। मुझे यह देखकर दुख होता है कि निम्न आय वर्ग के युवा उच्च शिक्षा और नौकरियों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
नगमा रानी कहती हैं कि हटिया विधानसभा क्षेत्र में बुनियादी ढांचे या स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कोई बड़ा काम नहीं हुआ है। इसी बात ने बदलाव लाने के लिए मुझे राजनीति में कदम रखने के लिए प्रेरित किया। मूल रूप से बिहार की रहने वाली नगमा रानी का लालन-पालन रांची में उनकी गुरु संगीता नाग किन्नर ने किया है। नगमा रानी अपने जीवन संघर्ष के बारे में बताती हैं कि थर्ड-जेंडर होने के कारण उनके माता-पिता ने उनको बचपन में ही छोड़ दिया था।
उन्होंने कहा- मैं बचपन से ही रांची में रहती हूं क्योंकि मेरे माता-पिता ने मुझे किन्नर होने के कारण छोड़ दिया था। पहले बिहार में माता-पिता थर्ड-जेंडर बच्चों को घर पर नहीं रखते थे, लेकिन अब बदलाव आने के साथ यह रवैया बदल रहा है। बिहार के मगध विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक नगमा रानी बिहार पुलिस में शामिल होना चाहती थीं। उन्होंने कहा- मैंने कांस्टेबल पद के लिए आवेदन किया था, लेकिन मेरी उम्र के कारण फार्म रिजेक्ट कर दिया गया। फॉर्म में ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों के लिए कोई अलग श्रेणी नहीं थी।
नगमा रानी ने कहा- मैं पढ़ना चाहती थी लेकिन सामाजिक बाधाओं की वजह से नियमित कक्षाओं में शामिल नहीं हो सकी। मैंने डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम के जरिये इंटरमीडिएट किया। फिर कला संकाय (हिस्ट्री ऑनर्स) से ग्रेजुएशन किया। मैं चुनाव जीतने के बाद यह सुनिश्चित करूंगी कि झारखंड के योग्य छात्रों को हायर एजुकेशन के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़े।
नगमा रानी कई वर्षों से समाज सेवा में शामिल हैं। वह अपनी आमदनी का एक बड़ा हिस्सा दूसरों की मदद के लिए दान भी करती हैं। उन्होंने कहा कि यदि मैंने चुनाव जीता तो निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए काम करूंगी। बीते कई वर्षों से लोग दोनों राष्ट्रीय दलों के नेताओं विधायकों के प्रदर्शन को देख चुके हैं। लोगों से भारी समर्थन मिलने के बाद ही मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया है। मैं अपने लिए नहीं, बल्कि निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए चुनाव लड़ रही हूं। बता दें कि हटिया विधानसभा क्षेत्र में 4,46,372 मतदाता हैं, जिनमें 23 थर्ड-जेंडर वोटर हैं।