गावां प्रखंड में फीवर सर्वे, मलेरिया की स्थिति सामान्य
गावां प्रखंड के 37 गांवों में हुए फीवर सर्वे में 390 लोगों की मलेरिया जांच की गई, जिसमें एक भी मलेरिया धनात्मक नहीं पाया गया। मानसून से पहले मलेरिया रोकथाम के लिए यह सर्वे किया गया था। मलेरिया के...

गावां, प्रतिनिधि। गावां प्रखंड के 37 गांवों में फीवर सर्वे के दौरान 390 लोगों की मलेरिया जांच की गई, जिसमें एक भी मलेरिया धनात्मक नहीं पाया गया। स्थिति सामान्य पाई गई। मानसून शुरू होने से पहले मलेरिया रोकथाम के लिए फीवर सर्वे कार्यक्रम चलाया जाता है, जिससे पता चल सके कि किस क्षेत्र में मलेरिया रोगी पाए जा रहे हैं। वैसी जगहों को चिन्हित कर मास फीवर सर्वे, मरीज का उचित उपचार और प्रचार-प्रसार कार्य किया जाता है। ज्ञात हो कि मलेरिया रोग संक्रमित मादा एनोफिलीज नामक मच्छर के द्वारा काटने से मलेरिया बीमारी का प्रसार होता है। इसका सामान्य लक्षण तेज बुखार आना, ठंड लगकर बुखार आना, माथा दर्द, उल्टी आना, बदन और जोड़ों में दर्द होना है। अगर किसी को भी ऐसा लक्षण दिखाई पड़े तो तुरंत अपने खून की जांच कराएं। इसकी जांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गावां में मुफ्त में किया जाता है और इलाज भी किया जाता है।
इस बीमारी से बचने के लिए आसपास में साफ-सफाई, पानी का जल जमाव न हो, जहां पानी जमा हो उसमें केरोसिन तेल या जला हुआ मोबाइल का छिड़काव करने, बेकार टायर और टूटे-फूटे बर्तन, नारियल के खोखले को बाहर न फेंके और सूखी जगह रखने की सलाह दी गई है।
इस कार्यक्रम में अनिल कुमार साव, शिशिर उपाध्याय, कालीकिंकर, सौरभ कुमार, देवीलाल सोरेन, दशरथ प्रसाद साव, राजीव रंजन, आलोक कुमार, बिनोद मालाकार, जलील अंसारी एवं सहिया कर्मियों ने भाग लिया।
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