झारखंड के पारा शिक्षकों के लिए अच्छी खबर, नवंबर के मानदेय से कटेगा ईपीएफ
- पारा शिक्षकों को मानदेय बढ़ोतरी के 1000 रुपये का लाभ भी मिलना है। झारखंड विधानसभा चुनाव की वजह से यह अभी तक नहीं मिल सका है। ऐसे में नवंबर या दिसंबर महीने के मानदेय से ही इसका भुगतान हो सकेगा।
झारखंड के पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) के नवंबर महीने के मानदेय से ही ईपीएफ की राशि कटेगी। पारा शिक्षकों के मानदेय से जहां 13 प्रतिशत राशि (1950 रुपये) कटेगी, वहीं सरकार अपनी ओर से 13 फीसदी राशि (1950 रुपये) जमा करेगी। जिन पारा शिक्षकों का यूएएन नंबर (यूनिवर्सल अकाउंट नंबर) जेनरेट कर लिया गया है उन्हें मानदेय जारी किया जाएगा और उससे ईपीएफ की पहली किस्त काटी जाएगी।
स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग कर रहा तैयारी
वहीं, अगले 15 दिनों के अंदर बचे पारा शिक्षकों को यूएएन नंबर देने के बाद उनका मानदेय ईपीएफ कटौती के साथ जारी किया जाएगा। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग इसकी तैयारी कर रहा है। राज्य के 58,047 पारा शिक्षकों में अब तक 37,815 पारा शिक्षकों का यूएएन नंबर जेनरेट कर लिया गया है। नवंबर महीने का मानदेय जारी होने पर ईपीएफ की राशि उससे काट ली जाएगी, जबकि जो शेष पारा शिक्षक बचे रहेंगे जिनका यूएएन नंबर जारी नहीं हो सका है उन्हें अगले 15 दिनों में यूएएन जेनरेट के बाद ईपीएफ कटौती के साथ राशि का भुगतान किया जाएगा।
दिसंबर के दूसरे सप्ताह में पारा शिक्षकों के नवंबर के मानदेय की राशि जारी किये जाने की संभावना है। जिलों से रिपोर्ट मंगायी जा रही है। इसके आधार पर भुगतान किया जाएगा। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने जिलों को इस सप्ताह के अंत तक सभी पारा शिक्षकों का यूएएन नंबर जेनरेट करके रिपोर्ट देने को कहा है, ताकि अगले सप्ताह से ईपीएफ कटौती के साथ नवंबर माह के मानदेय देने की प्रक्रिया शुरू की जा सके।
1000 मानदेय बढ़ोतरी का भी मिलना है लाभ
पारा शिक्षकों को मानदेय बढ़ोतरी के 1000 रुपये का लाभ भी मिलना है। झारखंड विधानसभा चुनाव की वजह से यह अभी तक नहीं मिल सका है। ऐसे में नवंबर या दिसंबर महीने के मानदेय से ही इसका भुगतान हो सकेगा। मानदेय में बढ़ोतरी का एरियर जोड़कर राशि दी जाएगी। वर्तमान में टीईटी पास पारा शिक्षकों (छठी से आठवीं) को 23,400 रुपये, टीईटी पास पारा शिक्षकों (पहली से पांचवीं) को 21,800 रुपये मिलते हैं। वहीं, सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों (छठी से आठवीं) को 18,940 रुपये और सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों (पहली से पांचवीं) को 17,472 रुपये मानदेय मिलता है।
वर्षों पुरानी मांग पर हुई थी सहमति
हेमंत सरकार ने पिछले कार्यकाल में पारा शिक्षकों की वर्षों पुरानी ईपीएफ कटौती की मांग पर सहमति जतायी थी। पारा शिक्षक वेतनमान की भी मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार उस पर तैयार नहीं हुई। ईपीएफ कटौती के साथ-साथ 1000 रुपये मानदेय में बढ़ोतरी की गई। ईपीएफ में 1950 रुपये सरकार देगी। ऐसे में पारा शिक्षकों को 2950 रुपये का फायद मिलता दिख रहा है।