कामडारा प्रखंड में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जितिया
संतान की लंबी उम्र की होती है पूजा संतान की लंबी उम्र की होती है पूजा संतान की लंबी उम्र की होती है पूजा संतान की लंबी उम्र की होती है पूजा संतान
कामडारा प्रतिनिधि। पुत्र की लंबी आयु से जुड़े पर्व जीवित पुत्रिका व्रत की पूजा बुधवार को कामडारा प्रखंड क्षेत्र में धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान व्रती महिलाओं ने अहले सुबह से ही पर्व की तैयारी की थी। इस दौरान व्रती महिलाओं ने सारा दिन उपवास रखते हुए पूजा-अर्चना की। पर्व को लेकर व्रती महिलाओं ने घरों में चावल के आटे से व्यंजन तैयार किया। इस दौरान जिउतिया के मौके पर देर शाम व्रती महिलाओं ने अपने घर और मंदिरों में पुजारियों के मंत्रोच्चार के साथ जीवित वाहन बाबा की पूजा-अर्चना भी की। पूजन सामग्रियां से जीवित वाहन बाबा की पूजा करने के बाद कथा का श्रवण किया। घंटो पूजा-अर्चना के बाद पुजारियो ने व्रती महिलाओं के समक्ष पर्व की शाम पुजारियो से कथा का श्रवण किया। मान्यता के अनुसार इस दौरान व्रतियों ने इसकी कथा भी सुनी।
गांडा पहनाने की परंपरा मुख्य है
जितिया व्रत भारतीय परंपराओं में एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है,जो खासकर माताओं द्वारा अपनी संतान की लंबी उम्र और समृद्धि के लिए रखा जाता है। इस व्रत का उद्देश्य केवल धार्मिक आस्था से ही नहीं, बल्कि भावनात्मक और सांस्कृतिक मूल्यों से भी जुड़ा हुआ है। जितिया व्रत में एक खास चीज का महत्व है, और वह है जितिया का लॉकेट(गांडा) इस लॉकेट को माताएं संतान की सुरक्षा और उनके जीवन की दीर्घायु के प्रतीक के रूप में पहनती हैं।
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