संतान की लंबी आयु को महिलाओं ने किया जिउतिया व्रत
घाटशिला अनुमंडल में महिलाओं ने पुत्रों की लंबी आयु के लिए जिउतिया व्रत किया। तिथि में बदलाव के कारण कुछ महिलाओं ने मंगलवार और कुछ ने बुधवार को उपवास रखा। गालूडीह के शिव मंदिर में महिलाओं ने निर्जला...
घाटशिला अनुमंडल में पुत्र की लंबी आयु के लिए महिलाओं ने जिउतिया व्रत किया। हालांकि तिथि की हेरफेर के कारण कुछ समाज की महिलाओं ने मंगलवार तो कुछ बुधवार की संध्या पांच बजकर पांच मिनट के बाद पारण किया। वहीं कुछ समाज की महिलाएं बुधवार को उपवास रखकर गुरुवार की सुबह पारण करेंगी। इस क्रम में गालूडीह के हाटचाली स्थित शिव मंदिर परिसर में बुधवार को महिलाओं ने अपने पुत्र की लंबी आयु को लेकर जिउतिया पर्व किया। इसमें महिलाओं ने निर्जला उपवास रखकर जितमुतवाहन बाबा की पूजा की। पंडित रविकांत पाठक ने कहा कि संतान की लंबी आयु के लिए माताएं व्रत करती हैं। वे विभिन्न अनुष्ठानों का पालन करते हुए भोजन और पानी के बिना उपवास करती हैं। जीवित्पुत्रिका व्रत जिसे आमतौर पर जिउतिया व्रत के रूप में जाना जाता है। उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण की कृपा से उत्तरा के बच्चों को कुछ नहीं हुआ। इस घटना के बाद उत्तरा के पुत्र का नाम जीवित्पुत्रिका नाम दिया गया। यही पुत्र आगे चलकर परीक्षित बने। ऐसे में तभी से संतान की लंबी आयु की उम्र के लिए जिउतिया व्रत रखा जाता है।
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