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सकुशल लौटी युवती, परिवार में हर्ष

फॉलोअप जिलांतर्गत रमकंडा थाना के गोबरदाहा गांव की आदिम जनजाति परिवार की युवती करीब सात महीने बाद गुरुवार को लौट आई है।

Newswrap हिन्दुस्तान, गढ़वाThu, 19 Sep 2024 06:07 PM
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गढ़वा, प्रतिनिधि। जिलांतर्गत रमकंडा थाना के गोबरदाहा गांव की आदिम जनजाति परिवार की युवती करीब सात महीने बाद गुरुवार को लौट आई है। उसके लौटने पर परिवार में हर्ष है। उसके लौटने की पुष्टि रमकंडा थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार कुंटिया ने की। वह सोमवार को ही मधुबनी से छपरा लौट आई थी। बुधवार शाम को वह एक अन्य डांसर दोस्त के साथ ट्रेन पकड़ी। यह जानकारी छपरा जिलांतर्गत जलालपुर गांव निवासी संतोष कुशवाहा ने दी। उक्त लड़की फरवरी महीने में ही उसके आर्केस्ट्रा कंपनी में डांसर के तौर पर ले जाई गई थी। मामला तब प्रकाश में आया जब उसकी मां और पिताजी ने रमकंडा थाना में बेटी को 50 हजार में बेच देने की लिखित शिकायत की थी। उसके माता पिता ने बेटी की सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई थी। उन्होंने बेटी को बहला फुसलाकर आर्केस्ट्रा में डांस करने के नाम पर बिहार में बेचने का आरोप गांव के ही तीन लोगों पर लगाया था। उसके बाद पुलिस ने आरोपियों के अलावा युवती और आर्केस्ट्रा के मालिक से भी पूछताछ कर पूरी जानकारी ली। पूछताछ में उसे बेचे जाने की पुष्टि नहीं हुई।

उक्त युवती का परिवार मूलत: बिहार के नौहट्टा का रहने वाला है। गोबरदाहा में वह नानी के घर अपने मां-पिता के साथ रहती है। उसे उसके रिश्ते की मौसी सहित तीन लोग जलालपुर ले जाकर संतोष के आर्केस्ट्रा कंपनी को सौंप दिया था। वह आर्केस्ट्रा कंपनी में शामिल होकर बर्थ डे पार्टी, शादी सहित अन्य कार्यक्रमों में बतौर डांसर काम करने लगी। उसके बाद से ही वह वहीं रह गई। वह भी आना चाहती थी लेकिन रूट की जानकारी नहीं होने के कारण लौट नहीं सकी। आर्केस्ट्रा का धंधा मंदा होने पर बाद में यहां से संतोष ने ही उसे गोरखपुर निवासी आनंद सिंह के आकेस्ट्रा कंपनी को दे दिया था। वह एक सितंबर को मधुबनी चली गई। दरअसल संतोष आर्केस्ट्रा के लिए डांसर की खरीद फरोख्त काम करता है। उसे डांसर देने वाले व्यक्ति को कुछ रुपये देता है। गोबरदाहा गांव की उक्त लड़की को उसे देने के एवज में वहां तक पहुंचाने वालों को भी उसने कुछ रुपये दिए थे। उधर आनंद सिंह के आर्केस्ट्रा कंपनी में बतौर एनाउंसर काम करने वाला उमेश ने बताया कि मामला प्रकाश में आने के बाद लड़की को मधुबनी के जयनगर बस स्टैंड ले जाकर रविवार शाम 5.20 बजे बस पर बिठा दिया गया था। उसके बाद वह छपरा आ गई।

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