दुमका के सुरज कुमार को वर्ल्ड एजुकेशन समिट में सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान स्कॉलर का पुरस्कार
दुमका, झारखंड के सुरज कुमार ने चेन्नई में आयोजित वर्ल्ड एजुकेशन समिट 2024 में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों में प्रौद्योगिकी अपनाने पर अपने शोध कार्य को प्रस्तुत किया। उन्हें 'सर्वश्रेष्ठ मार्केटिंग...
दुमका। झारखंड दुमका के निवासी और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, वारंगल के मार्केटिंग अनुसंधानकर्ता, सुरज कुमार ने हाल ही में चेन्नई में आयोजित वर्ल्ड एजुकेशन समिट 2024 में अपने शोध कार्य को प्रस्तुत किया। यह सम्मेलन तमिलनाडु सूचना प्रौद्योगिकी और डिजिटल सेवा विभाग द्वारा 23 और 24 सितंबर 2024 को आयोजित किया गया था। थी। इस समिट में उन्होंने अपने शोध कार्य को प्रस्तुत किया, जो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी को अपनाने पर आधारित था। उनके उल्लेखनीय कार्य को सराहते हुए उन्हें 'सर्वश्रेष्ठ मार्केटिंग स्कॉलर' के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सुरज कुमार, झारखंड के दुमका जिले के निवासी हैं। उनके पिता, श्री रवि शंकर साह, एक सम्मानित व्यक्ति हैं, और परिवार का नाम उनके इलाके में काफी प्रतिष्ठित है। दुमका जैसे छोटे शहर से निकलकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी पहचान बनाना किसी भी युवा के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती है, और सुरज कुमार ने यह कर दिखाया है। सुरज कुमार वर्तमान में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, वारंगल में मार्केटिंग के क्षेत्र में डॉ. के फ्रांसिस सुधाकर के मार्गदर्शन में अनुसंधानकर्ता के रूप में कार्यरत हैं। उनका अनुसंधान मुख्य रूप से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र में प्रौद्योगिकी अपनाने की प्रक्रिया पर केंद्रित है, जो भारत की आर्थिक संरचना में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है, और और उनका उद्देश्य इस क्षेत्र में योगदान देकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। उनका मानना है कि तकनीकी प्रगति को अपनाकर भारतीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम उद्योग में नया आयाम जोड़ा जा सकता है, जिससे देश की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।
सम्मेलन में उनके कार्य की अत्यधिक सराहना की गई, और उनके शोध को भारतीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। सुरज कुमार अपने क्षेत्र में और भी अधिक योगदान देना चाहते हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए समर्पित हैं। यह उपलब्धि दुमका के लिए गर्व का विषय है और युवाओं को अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में प्रेरित करने का एक सशक्त उदाहरण है। सुरज कुमार का यह सफर अभी समाप्त नहीं हुआ है। वह आगे भी अपने अनुसंधान को जारी रखना चाहते हैं और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र में और अधिक नवाचार लाने के लिए प्रयासरत हैं। उनका सपना है कि भारत का सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम उद्योग तकनीकी रूप से उन्नत हो और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सके। उनकी यह उपलब्धि भारतीय शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, और उनके भविष्य की योजनाओं से यह स्पष्ट है कि वह अपने देश के विकास के लिए समर्पित हैं। दुमका के इस होनहार युवा की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि अगर संकल्प दृढ़ हो और मेहनत सच्ची हो, तो किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।