जानकारी के अभाव में पाइवेट क्लीनिक पहुंच आर्थिक दोहन के शिकार हो रहें मरीज.
हिन्दुस्तान पड़ताल:जानकारी के अभाव में पाइवेट क्लीनिक पहुंच आर्थिक दोहन के शिकार हो रहें मरीज...लीडजानकारी के अभाव में पाइवेट क्लीनिक पहुंच आर्थिक दोह
दुमका, प्रतिनिधि। जागरुकता की कमी के कारण अब भी लोग सरकारी अस्पताल का सही लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। ज्यादातर लोग जानकारी के अभाव में सरकारी अस्पताल नहीं पहुंचकर प्राईवेट क्लीनिक की ओर से बढ़ते हैं। जिस कारण लोगों को परेशानी तो होती ही है, आर्थिक दोहन भी हो रहा है। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सरकारी अस्पताल में डेंगू, मलेरिया सहित कई महत्वपूर्ण जांच की व्यवस्था निशुल्क की गई है। इतना ही नहीं जिला मुख्यालय की अस्पताल में सरकार की ओर से पीपीपी मोड़ पर संचालित एसआरएल लैब की सुविधा भी दी गई है। इस सुविधा में जांच कराने पहुंचने वाले मरीजों को बाजार से काफी कम दर पर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराया जाता है। इतना ही नहीं लाल कार्ड धारियों (गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले) को निशुल्क जांच की सुविधा दी गई है। विभाग के मुताबिक लगभग सभी तरीके की जांच की सुविधा दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में है। कुछ एक ऐसे भी जांच हैं जिसके लिए लोगों को बाहर भेजा जाता है। सामान्य रूप से सभी जांच की व्यवस्था है। जबकि इसी जांच को अगल से किसी निजी क्लीनिक में कराने पर लोगों को तीन गुना अधिक राशि की वसूली की जाती है। कुछ जांच में तो प्राइवेट स्तर पर जमकर मरीजों से राशि की वसूली की जाती है।
फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एमआरआई जांच की नहीं है व्यवस्था...
फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एमआरआई जैसे जांच की सुविधा नहीं है। इस की समस्या से जूझ रहे मरीजों को दुमका से बाहर बंगाल की ओर जाना पड़ता है। आर्थिक रूप से कमजोर लोग मोटी फीस देकर प्राइवेट क्लीनिक में जांच कराते है। जिला अस्पताल में ब्लड, शुगर, डेंगू, जेई, एइएस, हीमोग्लोबीन, चिकनगुनिया, मलेरिया, किडनी प्रोफाइल, यूरिन, टीबी, एचआइवी सहित 250 प्रकार की जांच होती है। रोजाना 200 की संख्या में मरीज जांच कराने पहुंचते हैं, अस्पताल में चिकित्सक की कमी के साथ जांच की भी सुविधा कम है। जिस कारण समय पर लोगों को रिपोर्ट भी नहीं मिल पाता है। फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हर रोज दुमका जिला से करीब 300 से अधिक मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं। इनमें से कई लोगों को डॉक्टर जांच के लिए पर्ची लिखते हैं, लेकिन जल्द रिपोर्ट पाने की चाहत में ज्यादातर लोग निजी जांच घर की ओर भागते हैं।
सरकारी व प्राइवेट जांच में लगने वाला राशि का आंकड़ा
जांच का नाम सदर अस्पताल (एसआरएल लैब) प्राइवेट जांच घर
डेंगू 150 रुपया 400 रुपया
हीमोग्लोबिन 18 रुपया 40 रुपया
ब्लड शुगर 24 रुपया 50 रुपया
यूरिक एसिड 55 रुपया 100 रुपया
किडनी पैनल 225 रुपया 225 रुपया
लिवर फंक्शन टेस्ट 225 रुपया 350 रुपया
विडाल टेस्ट 30 रुपया 100 रुपया
एचआईवी 150 रुपया 300 रुपया
सीए टेस्ट 200 रुपया 250 रुपया
सिआरपी टेस्ट 100 रुपया 300 रुपया
सरकारी अस्तापल में जांच को लेकर कोई परेशानी नहीं है। लगभग सभी जांच की व्यवस्था अस्पताल में ही है। लोगों को इसका लाभ उठाना चाहिए। स्वास्थ्य व्यवस्था को लगातार सरकार सुधार रही है।
डॉ. बच्चा प्रसाद सिंह
सिविल सर्जन
दुमका
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