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बोले धनबाद: शिक्षक बहाली परीक्षा का रिजल्ट जल्द जारी करे सरकार

झारखंड में 2017 से जेटेट पास अभ्यर्थियों की शिक्षक बहाली नहीं हो रही है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था, लेकिन अब तक रिजल्ट जारी नहीं हुआ है। शिक्षकों की कमी से शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, धनबादTue, 4 March 2025 02:30 AM
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बोले धनबाद: शिक्षक बहाली परीक्षा का रिजल्ट जल्द जारी करे सरकार

दस वर्षों से राज्य में प्राइमरी शिक्षकों की बहाली नहीं हुई है। धनबाद सहित राज्य भर में शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। शिक्षक बनने की प्रारंभिक शर्त झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) पास करके भी शिक्षक बनने के हजारों अभ्यर्थी बेरोजगार बैठे हैं। राज्य सरकार ने शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा भी ली है। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। सुप्रीम कोर्ट ने जेटेट पास अभ्यर्थियों को शिक्षक पद पर बहाल करने संबंधी आदेश भी जारी कर दिया है। 2017 में ही जेटेट पास अभ्यर्थियों के मन में आस जगी है कि परीक्षा का रिजल्ट जल्द ही निकलेगा और फिर सफल अभ्यर्थियों को शिक्षक पद पर नियुक्ति मिलेगी। झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (जेटेट) 2017 में ही पास कर ली है। इसकी परीक्षा 2016 में ली गई थी। राज्य में शिक्षकों के पचास हजार से भी अधिक पद रिक्त हैं। इसके बाद भी बहाली नहीं हो रही हैा। शिक्षक बहाली के लिए अप्रैल 2024 से क्ई चरणों में परीक्षा ली गई। मामला हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। परीक्षा ली गई लेकिन रिजल्ट जारी करने पर रोक लगा दी गई। सीटेट-बनाम जेटेट का मामला भी आया। अंत में 30 जनवरी 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षक बहाली में सिर्फ जेटेट पास अभ्यर्थियों को ही नियुक्ति के लिए योग्य मानते हुए फैसला सुना दिया। फैसला सुनाए एक माह होने को हैं लेकिन शिक्षक नियुक्त परीक्षाफल (रिजल्ट) अब तक जारी नहीं किया गया है। हमारी मांग है कि शिक्षक बहाली की सभी बाधा दूर कर राज्य सरकार जल्द से जल्द रिजल्ट जारी करे। ऐसा कहना है जेटेट पास शिक्षक बहाली के अभ्यर्थियों का। जेटेट पास अभ्यर्थियों ने हिन्दुस्तान अखबार के कार्यक्रम बोले हिन्दुस्तान में बातचीत में बताया कि जेटेट परीक्षा पास करने के आठ साल से हो गए हैं। शिक्षक नियुक्ति परीक्षा आयोजित होने के भी एक साल होने को है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी आ गया है। इसके बाद भी बहाली में देरी होने की बात समझ से परे है।

जेटेट पास अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार भेदभाव कर रही है। 2013 में ली गई जेटेट परीक्षा के बाद शिक्षकों की सीधे बहाली ले ली गई थी। जेटेट पास छात्रों को शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा नहीं देनी पड़ी थी। जेटेट पास अभ्यर्थियों को प्रमाणपत्र जांच की गई थी। मैट्रिक, इंटर, स्नातक परीक्षा तथा जेटेट के नंबर के आधार पर ग्रेडिंग की गई थी और बहाली ले ली गई। 2017 में जेटेट पास अभ्यर्थियों को सीधी बहाली का लाभ नहीं दिया गया। 2022 में शिक्षक नियुक्ति के लिए नई नियमावली वनाई गई। सहायक शिक्षक के स्थान पर सहायक आचार्य नाम दिया गया। इसके बाद अप्रैल 2024 से मई 2024 तक विभिन्न चरणों में शिक्षक नियुक्ति परीक्षा ली गई। साल भर से रिजल्ट का हम इंतजार कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के एक माह होने को हैं और सरकार की ओर से कोई सुगबुगाहट नहीं दिख रही है। अभ्यर्थियों ने कहा जल्द से जल्द रिजल्ट निकाला जाए और बहाली शुरू की जाए। इससे बेरोजगारों को नौकरी मिलेगी तथा राज्य की प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था में भी सुधार होगा।

स्कूलों में शिक्षकों के पद खाली रहने के कारण शिक्षा की गुणवत्ता पर भी असर पड़ रहा है। जेटेट पास अभ्यर्थियों ने कहा कि आठ वर्ष पहले रिजल्ट जारी किया गया। इसके बाद शिक्षक बहाली परीक्षा के लिए नई नियमावली बनाई गई। इसमें पांच-छह साल गुजर गए। 2022 में नई नियमावली बनी। दो वर्ष बाद 2024 में परीक्षा ली गई। साल भर हो गए रिजल्ट नहीं निकाला गया है। यह जेटेट पास अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है। शिक्षक बहाली की एक भर्ती परीक्षा आठ साल से अधिक लग गए हैं। अगर समय पर बहाली प्रक्रिया पूरी कर ली गई होती तो पांच-छह साल नौकरी करते हो जाते। समय पर नौकरी नहीं मिलने का खामियाजा अभ्यर्थियों को ही भुगताना पड़ रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी शिक्षक बहाली परीक्षा का रिजल्ट जारी नहीं होने से अभ्यर्थियों में निराशा का माहौल कायम है। सरकार जल्द से जल्द शिक्षक बहाली का रिजल्ट जारी करे।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी नहीं हो रहीं बहाली

अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने की बात करती है। राज्य में शिक्षकों की कमी है। सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला सुना दिया है। इसके बाद भी बहाली नहीं हो रही है। सरकारी स्कूलों में गरीब तथा लोअर मिडिल क्लास के घर के बच्चे पढ़ने आते हैं। उन्हें गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने के लिए शिक्षकों की कमी दूर करना जरूरी है। ऐसा होने से शिक्षा व्यवस्था में सुधार आएगा।

शिक्षक छात्र अनुपात का नहीं हो रहा पालन

जेटेट पास अभ्यर्थियों ने बताया कि झारखंड में छात्र-शिक्षक अनुपात में भी अंतर है। गाइड लाइन के अनुसार 30 छात्रों पर एक शिक्षक होने चाहिए। बहाली नहीं होने के कारण छात्र-शिक्षक अनुपात का पालन नहीं हो रहा है। इससे भी गुणवत्तायुकत शिक्षा पर असर पड़ रहा है। साथ ही साथ कार्यरत शिक्षकों पर काम का अतिरिक्त बोझ भी है। बहाली होने से शिक्षक-छात्र अनुपात में सुधार आएगा।

नई शिक्षा नीति के अनुपात में विघालय में है कम शिक्षक

अभ्यर्थियों का कहना है कि झारखण्ड में लगभग 35 हजार से ज्यादा सरकारी विद्यालय है। कई स्कूल पारा शिक्षकों या एक शिक्षक के बदौलत चल रहे हैं। आरटीई एक्ट 2009 (राइट टू एजुकेशन) के तहत भी 6-14 वर्ष के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा का अधिकार दिया गया है। शिक्षकों की कमी के कारण नई शिक्षा नीति की गाइड लाइन का भी पालन नहीं किया जा रहा है।

आठ वर्षो से लंबित है प्रकिया

जेटेट सफल अभ्यर्थिथों का कहन है कि शिक्षक बहाली प्रक्रिया आठ वर्षों से चल रही है। जेटेट का रिजल्ट जारी हुए आठ साल हो गए हैं। शिक्षक नियुक्ति परीक्षा लिए भी एक साल होने को हैं। कोर्ट का मामला भी सुलझ गया है। इसके बाद भी नियुक्ति नहीं हो रही है। राज्य सरकार ने नौकरी देने की घोषणा की है। शिक्षक बहाली परीक्षा का रिजल्ट जारी किया जाए तथा सफल छात्रों को सरकार की ओर से नियुक्ति पत्र दिया जाए।

शिक्षा के क्षेत्र में झारखंड 32 वें पायदान पर

अभ्यर्थियों ने दावा किया कि राज्य के विद्यालयों में शिक्षको की कमी से पठन-पाठन का कार्य सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण दिन प्रतिदिन सरकारी विद्यालयों से बच्चे दूर होते जा रहे हैं। झारखण्ड शिक्षा के क्षेत्र में 32 वें पायदान पर है। यह राज्य सरकार के लिए काफी गम्भीर विषय है।

सुझाव

1. शिक्षको की कमी को दूर करने के लिए रिजल्ट जल्द प्रकाशित करें, तभी पठन-पाठन का कार्य सुचारू रूप से चलेगा।

2. जेटेट सफल अभ्यर्थियों के अनुरूप शिक्षकों की बहाली की जाए। इससे सभी सफल अभ्यर्थियों को अवसर मिलेगा।

3. झारखण्ड शिक्षा के क्षेत्र में 32वें पायदान पर है। यह गम्भीर विषय है। इस पर सरकर ध्यान दे।

4. सरकारी विद्यालयों से बच्चे दूर होते जा रहे हैं। जेटेट पास अभ्यर्थी को सेवा के लिए सरकार को एक बार मौके देना चाहिए।

5. सुप्रीम कोर्ट का आदेश को सरकार मानें और शिक्षक नियुक्ति परीक्षा का रिजल्ट जारी करे। ऐसा होने से झारखंड के अभ्यर्थियों को हक मिलेगा।

शिकायतें

1. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी शिक्षको की बहाली नहीं हो रही है। बहुत अभ्यर्थियों सरकारी सेवा की उम्र भी खत्म हो रही है।

2. जेटेट सफल अभ्यर्थियों के अनुरूप शिक्षकों की बहाली कम हुई। जिसके कारण सफल अभ्यर्थियों को अवसर नहीं मिल पाया।

3. सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन मिलता रहा अबतक शिक्षकों की बहाली नहीं की गई। आश्वासन से काम नहीं चलेगा।

4. शिक्षक के पद खाली पड़े हैं। नियुक्ति के लिए जेटेट सफल अभ्यर्थी दर दर भटक रहे हैं।

5. वर्ष 2022-23 को नियुक्ति वर्ष भी घोषित किया गया जो धरातल पर अबतक नहीं उतर पाया है।

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