आईआईटी की घेराबंदी के विरोध में धरना पर बैठे छात्र व शिक्षक
आईआईटी आईएसएम धनबाद और पीके राय कॉलेज के बीच बाउंड्रीवॉल का विवाद फिर से शुरू हो गया है। छात्रों और शिक्षकों ने टीन की घेराबंदी का विरोध किया और धरना दिया। आईआईटी ने काम रोक दिया है और स्थिति की...
धनबाद, मुख्य संवाददाता आईआईटी आईएसएम धनबाद व पीके राय मेमोरियल कॉलेज के बीच एक बार फिर बाउंड्रीवॉल का विवाद शुरू हो गया है। मंगलवार को आईआईटी आईएसएम की ओर से पीके राय कॉलेज के मेन गेट के अंदर की तरफ से टीन की घेराबंदी की जा रही थी। पीके राय कॉलेज के छात्रों व शिक्षकों ने इसका विरोध किया। हम पीके राय कॉलेज के चीते हैं.... दो न्याय अगर तो आधा दो.... समेत अन्य नारेबाजी करते हुए सभी एप्रोच रोड पर ही धरना पर बैठ गए।
विरोध प्रदर्शन व धरना को देखते हुए आईआईटी ने फिलहाल काम रोक दिया है। सूचना मिलने पर पुलिस भी पहुंची। आईआईटी के वरीय सुरक्षा अधिकारी राम मनोहर के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे। पौने चार बजे तक शिक्षकों व छात्रों ने धरना दिया।
आईआईटी के अधिकारी पहुंचे
देर शाम आईआईटी के प्रभारी निदेशक प्रो. एमके सिंह (डीन एकेडमिक), रजिस्ट्रार प्रबोध पांडेय व वरीय सुरक्षा अधिकारी राममनोहर पहुंचे। स्थिति का जायजा लिया। मौके पर पीके राय की प्राचार्य डॉ कविता सिंह से भी भेंट हुई। जानकारों का कहना है कि आईआईटी निदेशक अभी धनबाद से बाहर हैं। इस कारण 22 अक्तूबर को दोनों पक्षों में आईआईटी धनबाद में वार्ता की संभावना है।
शिक्षकों ने कहा- आईआईटी बड़े भाई की तरह व्यवहार करे
मौके पर पीके राय कॉलेज के शिक्षकों ने कहा कि उच्च शिक्षा निदेशालय ने आईआईटी को रास्ता के लिए जमीन छोड़ने को कहा है। उसके बाद भी आईआईटी की ओर से बिना सूचना दिए चुपके से यह काम किया जा रहा था, यह गलत है। आईआईटी बड़ा संस्थान है। उसे बड़े भाई की तरह व्यवहार करना चाहिए। मेन रोड से पीके राय कॉलेज कैंपस में प्रवेश के लिए संकरी सड़क है। आपातकालीन स्थिति में कोई भी बड़ी गाड़ी कैंपस में प्रवेश नहीं कर पाएगी। सड़क चौड़ीकरण का मामला उच्च शिक्षा निदेशालय तक पहुंचा।
एनएसयूआई ने भी किया विरोध
एनएसयूआई के प्रतिनिधियों ने भी पीके राय कॉलेज पहुंचकर आईआईटी की ओर से की जा रही घेराबंदी का विरोध किया। एनएसयूआई ने कहा कि कॉलेज के छात्रों को विभिन्न परेशानियों का सामना करना होगा। आपातकालीन स्थिति में कॉलेज से बाहर निकलने के लिए सिर्फ यही संकरा रास्ता है। आईआईटी छात्रहित में थोड़ी सी जमीन छोड़कर घेराबंदी करे। मौके पर एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल कृष्ण चौधरी, प्रदेश सचिव रवि, विश्वविद्यालय छात्र प्रतिनिधि राज रंजन सिंह, सन्नी सिंह,अनिकेत,रोशन कुमार, पीयूष सिंह, अमन,आयुष, ध्रुव, नवनीत, अविनाश, वरुण, मुकेश,सचिन मौजूद थे।
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