बीसीसीएल की तीन माह के अंदर हो जाएगी लिस्टिंग
धनबाद में, बीसीसीएल की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग दो-तीन महीने में होने की संभावना है। कोल इंडिया टेंडर जारी करेगा और 25% हिस्सेदारी के विनिवेश का प्रस्ताव है। हालांकि ट्रेड यूनियन इस कदम का विरोध कर...
धनबाद, मुकेश सिंह बीसीसीएल की दो-तीन माह में स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग हो जाएगी। लिस्टिंग के लिए इसी सप्ताह बीआरएलएम (बुक रनिंग लीड मैनेजर) चयन के लिए कोल इंडिया टेंडर जारी करेगी। बीआरएलएम मुद्दे पर बीसीसीएल एफडी की 11 सितंबर को हुई बैठक में विचार कर कोल इंडिया को अपना मंतव्य भेज दिया है। कंपनी के वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूरी संभावना है कि दो से तीन माह में लिस्टिंग की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
मालूम हो कि काफी पहले से बीसीसीएल की लिस्टिंग का प्रस्ताव विचाराधीन है। अब मामला फाइनल स्टेज में है। केंद्र सरकार बीसीसीएल में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी का विनिवेश करना चाहती है। वैसे कंपनी सूत्रों की मानें तो 10 प्रतिशत हिस्सेदारी का विनिवेश के साथ शुरुआत होगी। मालूम हो कि मेमोरेंडेम ऑफ आर्टिकल में बदलाव के लिए पहले ही फर्म हायर करने की स्वीकृति मिल चुकी है।
बीसीसीएल में विनिवेश का मुद्दा काफी पहले से चर्चा में रही है। कई मौकों पर ट्रेड यूनियनों की ओर से इसका विरोध भी किया गया है। ट्रेड यूनियन नेताओं का मानना है कि विनिवेश से बीसीसीएल में निजी कंपनियों का प्रभाव और बढ़ेगा। यह ठीक नहीं है। कोकिंग कोल के कारण बीसीसीएल देश की सबसे महत्वपूर्ण कोयला कंपनी है। भारत में कोकिंग कोल की कमी है। बीसीसीएल इकलौती कंपनी है, जो देश में कुल कोकिंग कोल उत्पादन का 60 प्रतिशत उत्पादन करती है। यही कारण है कि इस्पात सेक्टर की जरूरतों को देखते हुए बीसीसीएल में कोकिंग कोल वाश करने के लिए आधुनिक वाशरियां स्थापित की जा रही हैं। कोकिंग कोल के आयात को कम कर सर्वाधिक विदेशी मुद्रा बचत करने की क्षमता बीसीसीएल में है।
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