धनबाद में गरजेगा बुलडोजर, तोड़े जाएंगे 60 घर; परिवारों को मिला नोटिस
- झारखंड के धनबाद में बुलडोजर ऐक्शन की तैयारी है। धनबाद के एक शिवलीबाड़ी मुंडाधौड़ा इलाके में 60 घरों को तोडा जाएगा। ऐसे में इसका अस्तित्व जल्द ही खत्म हो जाएगा। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
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झारखंड के धनबाद में बुलडोजर ऐक्शन की तैयारी है। धनबाद के एक शिवलीबाड़ी मुंडाधौड़ा इलाके में 60 घरों को तोडा जाएगा। ऐसे में इसका अस्तित्व जल्द ही खत्म हो जाएगा। धौड़ा की करीब तीन सौ की आबादी पर विस्थापन का खतरा मंडरा रहा है। आसनसोल रेल मंडल ने रेलवे विस्तार (फ्रेट कॉरिडोर निर्माण) के लिए धौड़ा के 60 परिवारों को नोटिस दिया है। जिसमें पांच अप्रैल तक धौड़ा खाली करने की हिदायत दी है। इससे पहले भी नोटिस देकर चार पांच घरों को रेलवे द्वारा तोड़ा गया था। 19 फरवरी को नोटिस मिलने के बाद लोगों में विस्थापन को लेकर हड़कंप मचा हुआ है।
इस मामले में एक सप्ताह पूर्व ही धौड़ा के लोग एग्यारकुंड सीओ कृष्ण कुमार मरांडी से मिलकर सरकारी जमीन चिन्हित कर उन्हें बसाने की गुहार लगाई है। सीओ ने सीआई और अंचल अमीन को विस्थापित आदिवासी परिवारों के अलावा अन्य को बसाने के लिए जमीन चिन्हित करने का निर्देश दिया है। निर्देश के आलोक में गुरूवार को अंचल की एक टीम चार नंबर रेलवे फाटक के पास जमीन चिन्हित करने पहुंची। जमीन की मापी भी की। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इलाके को जल्द से जल्द खाली करवाया जाएगा और बुलडोजर कार्रवाई की जाएगी। यहां बुलडोजर कार्रवाई होने पर 60 परिवारों के 300 लोगों के सिर से छत का साया हट जाएगा।
बता दें कि जीतेन मुंडा फ्रेट कॉरिडोर निर्माण देश की महत्वाकांक्षी योजना है। वे लोग इसका विरोधी नहीं हैं। लेकिन पहले पुनर्वास की ठोस व्यवस्था होनी चाहिए। तभी उन्हें विस्थापित करना चाहिये। सर पर छत उनका मौलिक अधिकार है, जिसे छीना जा रहा है।
इस मामले पर बात करते हुए एग्यारकुंड के सीओ कृष्ण कुमार मरांडी ने बताया कि आदिवासी परिवारों के अलावे अन्य को बसाने के लिये सीआई को निर्देश दिया है। धौड़ा के आसपास खाली जमीन पर उन्हें बसाया जाएगा।