देवघर में लगी भीषण आग, दर्जनों दुकानें जलकर खाक; एक-एक कर ब्लास्ट हुए कई सिलेंडर
- देवघर जिले के जसीडीह में भीषण आग की घटना सामने आई है। यहां आग से कई दुकानें जलकर खाक हो गई हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि एक-एक कर कई सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ है।

झारखंड में भीषण आग की घटना सामने आई है। यहां देवघर जिले के जसीडीह–चकाई मुख्य पथ पर अवस्थित अस्थाई बस पड़ाव के पास शुक्रवार देर रात भीषण आग लग जाने से दर्जन भर से ज्यादा अस्थाई दुकानें जलकर खाक हो गई। आग से लाखों की संपत्ति भी जलकर खाक हो गई। बताया जा रहा है कि झोपड़ी की शक्ल में बने होटल और दुकानों में रखे गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। आग इतनी भयानक थी कि दुकान संचालक, परिवारजन और कर्मियों को जान बचाकर भागना पड़ा। बताया जाता है कि होली पर्व के कारण बाजार बंद था, जिससे किसी तरह की जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और घंटों कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। अहले सुबह जब दुकानदार अपनी दुकानों पर पहुंचे, तो खाक हो चुकी संपत्ति देखकर मायूस हो गए। बताया जाता है कि होली के पर्व को लेकर लगभग सभी झोपड़पट्टी वाली दुकाने बंद थीं जबकि दो होटल संचालक अंदर सोए थे। उस दौरान लगी आग की लपटें देख होटल छोड़कर सबों ने अपनी जान बचाई।
रात के सन्नाटे में उठी आग की लपटें
जानकारी के अनुसार, रात करीब 10:45 बजे के आसपास घटना हुई। आग सबसे पहले एक झुग्गी नुमा दुकान में लगी। फिर देखते ही देखते आसपास की दुकानों में आग फैल गई। दुकान प्लास्टिक और जूट के बोरे ऐसी चीजों से बनी होने की वजह से आग तेजी से फैलने लगी। इस हादसे में होटल, पान की गुमटी, फास्ट फूड दुकान, साइकिल रिपेयरिंग सहित कई अस्थाई दुकानें पूरी तरह से नष्ट हो गई। लोगों का कहना है कि आसपास बने छोटे होटलों में रखे गैस सिलेंडर में विस्फोट होने के कारण आग ने विकराल रूप से ले लिया। उससे आग ने भयावह रूप धारण कर लिया। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि उन्हें काबू कर पाना मुश्किल हो गया। तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी गई। करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। घटना की सूचना मिलते जसीडीह थाना प्रभारी दीपक कुमार समेत पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचे व जायजा लिया। सुरक्षा के लिहाज से स्टेशन मुख्य मार्ग भी 4 घंटे तक बंद रखा गया।
लाखों का नुकसान, दुकानदार मायूस
होली की वजह से दुकानें बंद थीं, जिससे किसी की जान तो नहीं गई, लेकिन छोटे–मोटे व्यापारियों को बड़ा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। अनुमान लगाया जा रहा है कि आग में करीब 10 से 12 दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गईं। हादसे में नुकसान का आकलन अभी तक नहीं हो पाया है।
दुकानें देख छलक गए आंसू
सुबह जब दुकानदार मौके पर पहुंचे, तो जल चुकी दुकानों को देखकर उनकी आंखों में आंसू आ गए। कई दुकानदारों ने बताया स्कूटर, ठेला, रिक्शा रिपेयरिंग की दुकान, पान गुमटी समेत हनुमान मंदिर की दीवार को भी आग से क्षति पहुंची है। दुकानों मे कुर्सी, टेबल, बर्तन, फ्रिज, राशन सामग्री और नकदी सहित अन्य चीजें जलकर राख हो गई। वहीं हनुमान मंदिर की दीवार को भी क्षति पहुंची है।
आग लगने के कारणों की जांच जारी
समाचार लिखे जाने तक आग लगने के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। पुलिस और अग्निशमनविभाग मामले की जांच में जुटे हैं। अधिकारियों ने कहा है कि जल्द आग लगने के वास्तविक कारणों का पता लगाया जाएगा।
दुकानदारों ने कहा- मिले आर्थिक सहायता
घटना के बाद पीड़ित दुकानदार कुलदीप मोदी, रोहित कुमार, शंभू बरनवाल, सोनू कुमार, राहुल कुमार, संजय रामानी, रतन राम, जोगी, बुल्लू यादव, झगड़ु पंडित, श्रवण कुमार तूरी, कारू राम, रंजीत कुमार अन्य ने प्रशासन से मांग की कि उन्हें आर्थिक सहायता दी जाए, ताकि दोबारा अपना व्यवसाय शुरू कर सकें।
विधायक पहुंचे मौके पर
घटना की सूचना मिलने के बाद शनिवार को स्थानीय विधायक सुरेश पासवान मौके पर पहुंचे। दुकानदारों से मुलाकात कर आश्वासन दिया कि प्रशासन से बात कर प्रभावित दुकानदारों को उचित मुआवजा दिलाने की कोशिश की जाएगी। कहा कि घटना बेहद दुखद है। प्रभावित व्यापारियों को आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी।
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