महाकुंभ के महत्व पर अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष-वास्तु तंत्र धर्म अध्यात्म
देवघर में इंडियन एस्ट्रोलाजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट और अन्य संस्थाओं द्वारा आयोजित दो-दिवसीय ज्योतिष-वास्तु महाकुंभ संपन्न हुआ। इसमें देशभर के ज्योतिष दैवज्ञों ने भाग लिया और महाकुंभ के महत्व पर...
देवघर,प्रतिनिधि। इंडियन एस्ट्रोलाजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट इंडिया विश्व ज्योतिष अध्यात्म विश्व विद्यापीठ रांची,धर्मपुर, जसीडीह, देवघर-वैद्यनाथधाम झारखंड-भारत के संयुक्त तत्वावधान में दो-दिवसीय संगोष्ठी अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष-वास्तु धर्म अध्यात्म महाकुंभ प्रयागराज में संपन्न हुआ। मेला परिसर के सेक्टर 8 वैष्णो देवी मंदिर अमरनाथ गुफा के सामने तक्षक पीठाधीश्वर रविशंकरजी महाराज परिसर में देश-दुनिया के ज्योतिष दैवज्ञ मनीषियों ने भाग लिया। महाकुंभ विषय के महत्व पर सबों ने अपने-अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। कई महामंडलेश्वर स्वामी आमंत्रित किए गए थे। इस दौरान महामंडलेश्वर बाल योगी अलखनाथ सिद्ध अघोरी अवधूत बाबा ने अपने अनुभव प्रस्तुत किए व तक्षक पीठाधीश्वर रविशंकर मिश्र ने देववाणी में अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। साथ ही देश के सभी क्षेत्रों से आए ज्योतिष दैवज्ञ मनीषियों ने महाकुंभ के महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं एक मात्र इंडियन एस्ट्रोलाजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट इंडिया रांची जसीडीह देवघर वैद्यनाथधाम ने ज्योतिष महाकुंभ प्रयागराज में दो-दिवसीय निः शुल्क शिविर में 290 ज्योतिष दैवज्ञ मनीषियों को अमृत महाकुंभ सम्मान के साथ ही अंगवस्त्र व सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही अन्य 334 संहभागियों को गंगा यमुना सरस्वती सम्मान पत्र व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस बात की जानकारी महामंडलेश्वर महर्षि डॉ. जाह्नवी ने दी।
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