Hindi Newsझारखंड न्यूज़Bole Palamu: There is not even adequate seating facility for passengers at the stations

बोले पलामूः स्टेशनों पर यात्रियों को बैठने की पर्याप्त सुविधा तक नहीं

  • रेल ही पलामू में आवागमन का प्रमुख साधन है। रांची के लिए वंदे भारत सहित पर्याप्त ट्रेनों की कनेक्टिविटी नहीं होने से यात्रियों को असुविधा होती है। जिला स्थित प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर बैठने की समुचित व्यवस्था और शौचालयों के अभाव में यात्री अक्सर समस्या से दो-चार होते रहते हैं

Hindustan हिन्दुस्तान टीमMon, 17 Feb 2025 09:13 PM
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बोले पलामूः स्टेशनों पर यात्रियों को बैठने की पर्याप्त सुविधा तक नहीं

आर्थिक रूप से पिछड़े और समुचित सड़क यातायात सुविधा के अभाव में रेल ही पलामू के लोगों के आवागमन का प्रमुख साधन है। राजधानी रांची के लिए वंदे भारत सहित पर्याप्त ट्रेनों की कनेक्टिविटी नहीं होने से यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जिला स्थित प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर बैठने की समुचित व्यवस्था और पर्याप्त शौचालयों के अभाव में यात्री अक्सर समस्या से दो-चार होते रहते हैं। हिन्दुस्तान के बोले पलामू कार्यक्रम में पलामू के रेलयात्रियों ने अपनी समस्याएं साझा की।

मेदिनीनगर। धनबाद और पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल मंडल में बंटा हुआ पलामू जिले से गुजरने वाला रेलवे का सीआईसी सेक्शन कोयला सहित अन्य खनिज पदार्थोँ के परिवहन मामले में राष्ट्रीय फलक पर अहम स्थान रखता है। राजस्व अर्जन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद भी सेक्शन पर यात्री सुविधाओं की घोर अनदेखी किया जाना समझ से परे है। जिले की लाइफ लाइन कही जाने वाली बरवाडीह-डेहरी आनसोन सहित अन्य पैसेंजर ट्रेनों की लेट लतीफी तो जगजाहिर हो चुकी है। ऊपर से वंदे भारत सहित अन्य प्रमुख ट्रेनों के संचालन में भी जन-आकांक्षाओं की जगह रेलवे की सुविधा को ही तरजीह देने से यहां के दैनिक रेल यात्रियों को संचालित ट्रेनों का भी समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है।

अपनी समस्याएं सुनाते हुए रेल यात्रियों ने स्पष्ट कहा कि क्षेत्रवासियों की मांग व पलामू के सांसद वीडी राम की पहल पर टाटानगर-पटना साप्ताहिक वंदे भारत का संचालन पलामू जिले से अवश्य शुरू करा दिया गया। किंतु इसका रूट अव्यवहारिक होने से यह ट्रेन अक्सर खाली ही रहती है। ऐसे में आमजन की जरूरत को देखते हुए रांची से बनारस तक वंदे भारत ट्रेन का संचालन किया जाना जरूरी है। इससे आम लोगों की जरूरतें पूरा होने के साथ रेलवे के राजस्व में भी वृद्धि होगी। साथ ही वाया पटना राजगीर तक जाने वाले पलामू एक्सप्रेस को बरकाकाना से आगे बढ़ाकर रांची अथवा हटिया तक करने से इसकी उपयोगिता बढ़ जाएगी।

इससे जिलेवासियों को राजधानी रांची के लिए अतिरिक्त ट्रेन की सुविधा मिल जाएगी। रांची के लोग भी सीधे पटना और राजगीर तक का सफर कर सकेंगे। रांची से पलामू के लिए सुबह में भाया लोहरदगा एक ट्रेन की नितांत आवश्यता है जो शाम में लौटकर रांची पहुंचे।

रेल यात्रियों ने कहा कि आफिसियल, अस्पताल, हाईकोर्ट सहित अन्य कार्यों के लिए जिले के विभिन्न स्टेशनों से नियमित रूप से रांची जाने वालों की संख्या हजारों में है। ऐसे में सुबह के अतिरिक्त शाम को भी सीधे रांची के लिए इंटरसिटी एक्सप्रेस का संचालन किया जाना जरूरी है। इससे रात में नौ-दस बजे राजधानी पहुंचकर लोग वहां रात में रूककर सुबह अपना काम निपटा सकें। रांची जाने वाली सासाराम व चोपन इंटरसिटी एक्सप्रेस में कोचों की कम संख्या के कारण भी यात्रियों की यात्रा तकलीफदेह साबित हो रही है। दिन-प्रतिदिन कोचों की घटती संख्या के कारण ये ट्रेने अपने प्रस्थान स्थल से ही पूरी तरह भर जाती हैं। इससे अन्य स्टेशनों पर सवार होने वाले यात्रियों को किसी तरह खड़ा होकर सैकड़ों किमी का यात्रा करना पड़ता है। दूसरी तरफ पलामू में यात्रियों की आवाजाही को देखते हुए मुख्यालय डालटनगंज, गढ़वा रोड व जपला तीन प्रमुख स्टेशन हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ाव के कारण इन तीनों ही स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ती है। ऐसे में स्टेशनों पर शेड, यात्री प्रतीक्षालय व समुचित शौचालय आदि के अभाव में यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है।

रेलयात्रियों के अनुसार सर्वाधिक विषम स्थिति डालटनगंज रेलवे स्टेशन की है। जहां ट्रेन के आने के समय यात्रियों की भारी भीड़ के कारण प्रतीक्षालय तो दूर प्लेटफार्म पर भी पैर रखने की जगह नहीं बचती है। बरवाडीह-शटल, गोमो-चोपन, बरकाकाना-वाराणसी सहित अन्य पैसेंजर ट्रेनों की लेट लतीफी विशेषकर दैनिक कामकाजी वर्ग के लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बनी हुई है।

शिकायतें

1. वाराणसी जाने वाले यात्रियों को देश की महत्वपूर्ण ट्रेन की संवाएं नहीं मिल पा रही हैं।

2. राजगीर-बरकाकाना पलामू एक्सप्रेस का रांची तक विस्तार नहीं होने से परेशानी।

3. शटल सहित अन्य पैसेंजर ट्रेनों की लेट-लतीफी से दैनिक मजदूरों को दिक्कत होती है।

4. जिले के प्रमुख स्टेशनों पर समुचित यात्री शेड, प्रतीक्षालय व शौचालय का अभाव।

5. रांची जाने वाली सासाराम व चोपन इंटरसिटी एक्सप्रेस में कोचों की कम संख्या का होना।

सुझाव

1. रांची से बनारस जानेवालों के लिए नए वंदे भारत ट्रेन का संचालन शुरू की जाए।

2. राजगीर-बरकाकाना पलामू एक्सप्रेस को रांची-हटिया तक विस्तारित किया जाए।

3. शटल सहित अन्य पैसेंजर ट्रेनों का समय पर परिचालन सुनिश्िचित हो।

4. प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्री शेड, प्रतीक्षालय और शौचालय का निर्माण कराया जाए।

5. रांची जाने वाली सासाराम व चोपन इंटरसिटी में कोचों की संख्या बढ़ाई जाए।

जिससे नियमित रूप से रांची जाने वाले यात्री अत्यधिक भीड़ की समस्या से बच सकें और उनका सफर सुगम हो।

अतिरिक्त प्रतीक्षालय की है जरूरत

जिला मुख्यालय डालटनगंज रेलवे स्टेशन से शहर के साथ ही समीपवर्ती चैनपुर, रामगढ़, सतबरवा, पांकी, लेस्लीगंज, मनातू आदि प्रखंडों से भी भारी संख्या में ग्रामीण ट्रेन पकड़ते हैं। ऐसे में स्टेशन पर हमेशा यात्रियों की भीड़ जमी रहती है। ऐसे में स्टेशन पर महज एक ही प्रतीक्षालय होने के कारण काफी संख्या में यात्री बाहर प्लेटफार्म पर ही रहकर ट्रेन की प्रतीक्षा करते हैं। उपभोक्ताओं ने बताया कि डालटनगंज स्टेशन का चयन अमृत भारत स्टेशन के लिए हुआ है। ऐसे में यहां पर जल्द से जल्द अतिरिक्त प्रतीक्षालय का निर्माण कराया जाना जरूरी है।

नए एफओबी का किया जाए विस्तार

यात्रियों ने स्पष्ट कहा कि गढ़वा रोड जंक्शन पलामू का सबसे बड़ा स्टेशन है। यहां से आसपास के अलावा पड़ोसी जिला गढ़वा व सीमावर्ती यूपी सहित छत्तीसगढ़ प्रांत से भी भारी संख्या में नागरिक ट्रेन पकड़ने के लिए आते हैं। रेलवे लाइन रेहला कस्बे को दो हिस्सों में विभक्त करती है। इसलिए यात्रियों के साथ आम नागिरकों की सुविधा के मद्देनजर निर्माणाधीन एफओबी को रेहला इस पार से उस पार तक कनेक्ट किया जाना जरूरी है। साथ ही गढ़वा की तरफ से आने वाले यात्रियों की सुविधा को देखते हुए पंप हाउस के समीप नये टिकट काउंटर का निर्माण करायी जाए।

जपला स्टेशन का हो कायाकल्प

रेलयात्रियों का कहना है कि जपला रेलवे स्टेशन जिले का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। इसके आसपास के सभी स्टेशनों के कायाकल्प की कवायद जोरों पर है। किंतु जपला स्टेशन के विस्तार के संबंध में लगातार विलंब किया जा रहा है। यहां का प्लेटफार्म जहां अत्यंत नीचा है। वहीं स्टेशन पर यात्री शेड, पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं का भी घोर अभाव है। जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

ऐसे में यात्री हित को देखते हुए जपला रेलवे स्टेशन के अपग्रेडेशन की प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू किया जाना आवश्यक है।

ट्रेन की लेट-लतीफी से परेशानी

जिले के विभिन्न सुदूर अंचलों से जिला मुख्यालय मजदूरी करने वाला आने वाले शटल के विलंब से चलने के कारण देर रात किसी प्रकार अपने घर पहुंचते हैं। ऐसे में उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इन ट्रेनों से डालटनगंज सहित विभिन्न नगरों में रोज सब्जी बेचने आने वालीं महिलाएं भी बहुतायत में सफर करतीं हैं। इन ट्रेनों के देर से चलने से उनकी सुरक्षा के संबंध में भी खतरा बना रहता है। दूसरी तरफ जिले से संचालित लोकल ट्रेनों के कोचों की बदतर हालत यहां के नागरिकों को दोयम व्यवहार का संदेश देते हैं।

इनकी भी सुनिए

पलामू के स्टेशनों पर यात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के संबंध में संसद के साथ ही डीआरएम धनबाद के साथ मीटिंग में भी बात उठाई गयी है। जल्द ही इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। रेल सुविधा बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।

-विष्णु दयाल राम, पलामू सांसद

बनारस जाने के लिए पलामू से यात्रियों की भारी संख्या को देखते हुए रांची-बनारस वंदे भारत समय की जरूरत है। साथ ही रांची के लिए शाम को गढ़वा रोड से सीधी रेल सेवा बहाल करने से जिले वासियों को काफी राहत मिलेगी। रेलवे को इस दिशा में कदम उठाने की जरूरत है।

-ललन प्रसाद गुप्ता, रेलयात्री

यात्रियों ने सुविधाओं में विस्तार की मांग की

यात्रियों की समस्या को देखते हुए गढ़वा रोड जंक्शन पर निर्माणाधीन एफओबी का विस्तारित कराया जाना जरूरी है। ऐसा नहीं होने से लोगों की समस्या यथावत रहेगी। -अजीत सिंह

गढ़वा रोड पंप हाउस या ग्रिड के समीप नये टिकट घर के निर्माण से न सिर्फ यात्रियों को राहत मिलेगी। बल्कि इससे बाजार के लोगों को भी सुविधा मिलेगी।

-सुजीत सिंह

डालटनगंज और गढ़वा रोड जंक्शन पर समुचित यात्री शेड और प्रतीक्षालय के अभाव में ट्रेन की प्रतीक्षा करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। -मिंटू सिंह

अमृत भारत के तहत चयनित स्टेशनों पर लंबे समय से निर्माण कार्य जारी है। ऐसे में महीनों से जगह-जगह मलबा पड़े होने से हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता है।

-संतोष गुप्ता

पलामू से होकर गुजरने वाली शटल पैसेंजर की लेट-लतीफी यात्रियों के लिए परेशानी का सबब है। रेलवे को इस ट्रेन को ससमय संचालित करने की दिशा में पहल करनी चाहिए। -पंकज दीक्षित

पलामू के किसी भी स्टेशन पर ट्रेन परीक्षण यूनिट नहीं है। इससे यहां के स्टेशनों से किसी नयी ट्रेन का संचालन संभव नहीं हो पाता है। जिले में परीक्षण यूनिट का निर्माण कराया जाए। -कुंदन गुप्ता

महाकुंभ का अंतिम शाही स्नान महाशिवरात्रि अभी शेष है। प्रयागराज जाने के लिए जिले से श्रद्धालुओं की उमड़ रही भीड़ को देखते हुए पलामू से महाकुंभ स्पेशल ट्रेन का संचालन हो। -ध्रुव नारायण सिंह।

रांची-बनारस वंदे भारत के अतिरिक्त सुबह के समय पलामू से रांची के लिए मेमू का संचालन किया जाए। जिससे सासाराम इंटरसिटी पर से भीड़ के दबाव को कम किया जा सके। -सोनू

कोल परिवहन की महत्ता के कारण सीआईसी सेक्शन पर पैसेंजर ट्रेनों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। इससे रेल यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। -अरुण चंद्रवंशी

जिले के स्टेशनों पर समुचित यात्री शेड न होने से यात्रियों को बारिश और गर्मी के में परेशानी होती है। इस दिशा में तत्काल समुचित कदम उठाने की जरूरत है। -रंजीत सिंह।

रेलखंड पर संचालित पैसेंजर ट्रेनों की लेट लतीफी दुर्भाग्यपूर्ण है। कोयला परिवहन के फेर में आम नागिरकों की अनदेखी संवेदनहीनता का परिचायक है। -मुन्ना साव

पश्चिम बंगाल की तर्ज पर झारखंड में भी रेल वेंडरों को कोड की व्यवस्था की जानी चाहिए। जिससे यहां के युवक ट्रेन में जरूरत का सामान बेचकर अपनी जीविका चला सकें। -श्रीराम प्रसाद

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