33 दिनों के बाद तालाबंदी से मुक्त हुआ साड़म, घर से निकले लोग
कोरोना को लेकर 33 दिन के बाद बुधवार को तालाबंदी से मुक्त गोमिया प्रखंड के साड़म के ग्रामीण अपनी जरूरतों के लिए बैंक, बाजार एवं अन्य सामान खरीदने के लिए घर से बाहर निकले। राशन, सब्जी, दूध और दवा की...
कोरोना को लेकर 33 दिन के बाद बुधवार को तालाबंदी से मुक्त गोमिया प्रखंड के साड़म के ग्रामीण अपनी जरूरतों के लिए बैंक, बाजार एवं अन्य सामान खरीदने के लिए घर से बाहर निकले। राशन, सब्जी, दूध और दवा की दुकानें शाम 6 बजे तक खुल जाने से राहत की सांस ली गयी।
हालांकि बेवजह बाहर नहीं निकलने का निर्देश भी दिया गया। और बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग, सोशल डिस्टेंस का पालन सहित कई तरह के आवश्यक निर्देश भी दिये गए।
इससे पहले प्रशासन ने उन सभी रास्तों में लगाए गए कुल 35 बैरिकेटिंग को हटा दिया, जहां बंद कर रखा था। इधर, बैंक खुलने से पहले ही उपभोक्त उमड़ पड़े थे। लेकिन प्रशासन चंद्रपुरा की घटना से सतर्क थी। बोकारो डीसीएलआर जेम्स सुरीन साड़म क्षेत्र में तालाबंदी हटने के बाद लोगों की गतिविधियों का जायजा लेते रहे। उनके साथ गोमिया के सीओ ओमप्रकाश मंडल, पुलिस निरीक्षक सुजीत कुमार, गोमिया थाना प्रभारी विनय कुमार, तेनुघाट ओपी प्रभारी विजय सिंह व गोमिया अंचल निरीक्षक सुरेश प्रसाद वर्णवाल भी मौजूद थे।
डीसीएलआर की साड़म स्थित बैंक ऑफ इंडिया शाखा पर विशेष नजर थी। सोशल डिस्टेंसिंग टूटने का खतरा बैंक परिसर पर ही ज्यादा रहता है। इसलिए उन्होंने बैंक के शाखा प्रबंधक को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। शाखा परिसर के बाहर लाभुकों के लिए टेंट की छावनी व पेयजल की व्यवस्था भी करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने शाखा प्रबंधक से दिव्यांग एवं वृद्धों के लिए विशेष व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया। इसके बाद उन्होंने साड़म के प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेते हुए माइक के सहारे लोगों को बेवजह बाहर नहीं निकलने का निर्देश दिया।
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