लॉकडाउन दो : बोकारो की जनता में कोरोना का ऐसा खौफ कि सरकारी दफ्तरो में नहीं पहुंच रहे
लॉकडाउन में मिली छूट के दूसरे दिन मंगलवार को फिर से सरकारी दफ्तर खुले। डीसी ऑफिस से लेकर प्रखंड और अंचल कार्यालयों में अधिकारी के साथ-साथ कर्मचारी भी दफ्तरों में आए। कामकाज भी शुरू हुआ लेकिन अधिकतर...
लॉकडाउन में मिली छूट के दूसरे दिन मंगलवार को फिर से सरकारी दफ्तर खुले। डीसी ऑफिस से लेकर प्रखंड और अंचल कार्यालयों में अधिकारी के साथ-साथ कर्मचारी भी दफ्तरों में आए। कामकाज भी शुरू हुआ लेकिन अधिकतर रूटीन वर्क ही हुआ। कोरोना से जुड़े काम को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया गया। आम नागरिकों से संबंधित काम नहीं हुए। लॉकडाउन के कारण सार्वजनिक परिवहन ठप रहने के कारण भी जनता नहीं पहुंची। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर अधिकारियों और कर्मचारियों ने काम निबटाया। हिन्दुस्तान अखबार ने जिले के पांच सरकारी दफ्तरों की स्थिति का जायजा लिया। आइये जाने सरकारी दफ्तरों का क्या था नजारा। -पेश है हिन्दुस्तान की खास रिपोर्ट:-
पेटरवार के लोगों में अब भी कोरोना का भय : लॉकडाउन के बीच सरकारी कार्यालय खोलने के बाद भी एक भी ग्रामीण प्रखंड सह अंचल कार्यालय में नजर नहीं आए। कारण अब भी लोगों में कोरोना का भय है। सरकारी कार्यालय खुलने के दूसरे दिन प्रखंड विकास पदाधिकारी इंदर कुमार, बीपीओ प्रमोद कुमार अपने-अपने कार्यालय कक्ष में बैठकर सरकारी कार्यों का निपटारा सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रख कर करते देखे गए। पंचायत सेवक, जनसेवक व अन्य कर्मी हाजरी पंजी में हाजरी बनाकर अपने सरकारी आवास में कार्य करते नजर आए, लेकिन कोई ग्रामीण पहुंचा। बीपीओ प्रमोद कुमार ने बताया कि मनरेगा का कार्य जोर पकड़ लिया है। अब 11 सौ मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्य पर लगाया गया है। और मजदूरों की मांग की गई है। ताकि मनरेगा कार्यों में मजदूरों को रोजगार मिल सके। अंचल कार्यालय खुला रहा। अंचल कर्मी मौजूद रहे। अंचल अधिकारी प्रणव अम्बष्ट साड़म में दंडाधिकारी के रूप में तैनात हैं। प्रखंड परिसर में समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित बाल विकास परियोजना कार्यालय खुला रहा। लेकिन, यहां कार्य कर रहे लिपिक, पर्यवेक्षिकाएं नदारत थीं। केवल एक कंप्यूटर कर्मी मौजूद था। पेयजल व स्वच्छता विभाग खुला रहा। लेकिन, फोर्थ ग्रेड कर्मी ही मौजूद थे।
कसमार में देर से आए अधिकारी, ग्रामीण चले गए : कसमार प्रखंड सह अंचल कार्यालय में सुबह साढ़े 10 बजे तक बीडीओ कक्ष से लेकर कर्मियों के बैठने के कार्यालय तक में सन्नाटा पसरा था। सिर्फ अनुसेवक अजित मसीह बीडीओ चैंबर के गेट के सामने ड्यूटी में तैनात थे। अंचल कार्यालय में भी अनुसेवक धृतनाथ सीओ के कक्ष के बाहर ड्यूटी में थे। कार्यालय खुलने की खबर सुनकर टंगटोना एवं बगदा से तीन ग्रामीण कामकाज के लिए कार्यालय आये थे। लेकिन, अधिकारियों व कर्मचारियों के नहीं पहुंचने के कारण बाहर खड़े-खड़े चले गए। वहीं, मनरेगा कार्यालय में भी दो रोजगार सेवक रामू एवं अखिलेश्वर रजवार पौने 11 बजे पहुंचे थे, लेकिन बीपीओ व अन्य कोई कर्मचारी नहीं थे। 10:32 बजे प्रखंडकर्मी कामेश प्रसाद, 10: 45 बजे महादेव सोरेन, 10: 48 बजे कंप्यूटर ऑपरेटर दिनेश महतो व चुरामन महतो, 11: 12 बजे अंचल निरीक्षक जॉर्ज मालतो, 11: 14 बजे राजस्व कर्मचारी मोतीलाल मांझी अपनी ड्यूटी पर पहुंचे। इधर 11: 15 बजे में कसमार बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा दो कर्मियों के साथ प्रखंड मुख्यालय पहुंचे। बीडीओ के पहुंचने के बाद सीओ राजीव कुमार भी पहुंचे। जरूरी चर्चा के बाद बीडीओ व सीओ अलग अलग सरकारी वाहन से 11:45 बजे क्षेत्र में लॉकडाउन की स्थिति का जायजा लेने प्रखंड मुख्यालय से निकले।
चंदनकियारी प्रखंड कार्यालय में दूर-दूर लगी थी कुर्सियां : प्रखंड कार्यालय चंदनकियारी के मुख्य गेट पर सेनेटाजर से हाथ साफ करने के बाद ही मंगलवार को कार्यालय में प्रवेश करने दिया गया। बीडीओ कक्ष में लगभग एक बजे दूर-दूर तीन कुर्सियां लगी देखी गईं। बीडीओ वेदवंती कुमारी ने बताया कि लॉकडाउन के बाद हमलोगों की ड्यूटी बढ़ दी गई है। क्योंकि पंचायत से मुखिया और वार्ड सदस्य 38 ग्राम पंचायतों से हर छोटी बड़ी चीजों पर फोन कर रहे हैं। प्रखंड कार्यालय में प्रभारी प्रधान सहायक सफदर अंसारी ने बताया कि जिनके खाते में वृद्धा पेंशन की राशि नहीं गई है, वैसे लाभुकों का आधार और बैंक खाता में सुधार कराया जा रहा है। सभी मास्क लगाकर बैठे थे। उर्द अनुवादक क्यूम अंसारी ने बताया कि सभी मुखिया को अपने-अपने पंचायत भवन के अलावा अन्य सभी सरकारी भवनों को सेनेटाइज करने का आदेश दिया गया है। कार्यालय में तृतीय व चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की 33 प्रतिशत उपस्थिति का अनुपालन किया जा रहा है। अंचल कार्यालय में सहायक सुनील पाल ने बताया कि प्रतिदिन अनुसेवक और सहायक ड्यूटी कर रहे हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर कार्य करते देख गए कर्मचारी : लॉकडाउन के बाद सोमवार को जरीडीह प्रखंड मुख्यालय का ताला खुला। मंगलवार को कर्मचारी एवं पदाधिकारी समय पर कार्यालय पहुंचे। ग्रामीण नहीं पहुंचे। पहले साबुन व सेनेटाइजर से हाथ धोने के बाद अपने-अपने कार्यालय में विभागीय काम एवं कोरोना से संबंधित रिपोर्टिंग कार्य में पदाधिकारी जुट गए। कार्य के दौरान अंचल व प्रखंड पदाधिकारी एवं कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्य करते नजर आए। प्रखंड विकास पदाधिकारी शशिभूषण वर्मा ने बताया कि स्टाफ की कमी के कारण रोस्टर नहीं बनाया गया है। सभी लोग कार्यालय में कार्य कर रहे हैं। सीओ सह सीडीपीओ मोनिया लता ने कहा कि अंचल में स्टाफ की कमी के कारण रोस्टर नहीं बन पाया है। दो स्टाफ प्रतिदिन कंप्यूटर पर कार्य कर रहे हैं। बाल विकास परियोजना कार्यालय में रोस्टर बनाया गया है। रोस्टर के तहत कार्यालय में कार्य कर रहे हैं। प्रखंड मुख्यालय में विभागीय काम के अलावा कोरोना को लेकर कार्य में कर्मचारी लगे हैं।
अधूरे कार्यों को निपटाने में लगे थे फुसरो के अधिकारी : लॉकडाउन टू में थोड़ी-बहुत रियायत के बीच बेरमो प्रखंड सह अंचल कार्यालय दूसरे दिन मंगलवार को भी समय पर खुला व समय से ही बंद हो गया। ग्रामीण कार्य कराने नहीं पहुंचे। सुबह साढ़े 11 बजे अपने चैंबर में अंचलाधिकारी मनोज कुमार मास्क पहने हुए पेंडिंग फाइलों को चेक कर रहे थे। वहीं, एक अन्य कमरे में 4-5 कर्मचारी अपने-अपने टेबल पर काम कर रहे थे। सभी मास्क पहने हुए आपस में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कर रहे थे। आने-जाने वाले के लिए सेनेटाइजर की व्यवस्था प्रवेश द्वार पर ही की गई थी।
अंचलाधिकारी ने बताया कि कर्मचारियों को भी रोस्टर के तहत बुलाया जा रहा है। रोस्टर अनुसार जो कर्मचारी आज आएंगे, उनका नंबर एक दिन बाद आएगा। इस तरह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी संभव हो सकेगा। आधार कार्ड संबंधित काम पर फिलहाल ब्रेक लगा दिया गया है। अंचल संबंधित अन्य सभी कार्य निपटाए जा रहे हैं। प्रखंड कार्यालय में भी कर्मचारी कार्य निपटा रहे थे। हालांकि प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रवीण चौधरी चंद्रपुरा निकले हुए थे। हॉट स्पॉट उस इलाके में कार्य संभाल रहे हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।